Tuesday, June 17, 2025
Homeराजेश खन्ना की 'बावर्ची' का बनेगा रीमेक, इन दो फिल्मों का भी...

राजेश खन्ना की ‘बावर्ची’ का बनेगा रीमेक, इन दो फिल्मों का भी लिस्ट में नाम

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

Bawarchi Remake: बॉलीवुड में ऐसी कई कल्ट क्लासिक फिल्में बनी हैं जो सालों साल बाद भी लोगों के दिलों पर कब्जा किए हुए हैं। इन  फिल्मों को कई-कई बार देखने के बाद भी इनसे मन नहीं भरता बल्कि लोग हर बार इनमें कुछ नया खोज लेते हैं। ऐसी फिल्मों में शामिल हैं, 1970 के दशक की क्लासिक फिल्में ‘मिली’, ‘कोशिश’ और ‘बावर्ची’। अब इन तीनों फिल्मों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया गया है। तीनों फिल्मों का रीमेक बनने जा रहा है। जादूगर फिल्म्स और समीर राज सिप्पी प्रोडक्शंस ने इसके लिए टीम तैयार की है।

गुलजार थे ‘कोशिश’ के निर्देशक 

1970 के दशक की यह सुपरहिट फिल्‍में एन.सी. सिप्पी के बैनर तले बनाई गई थी। गुलज़ार द्वारा निर्देशित ‘कोशिश’ 1961 की जापानी फिल्म ‘हैप्पीनेस ऑफ अस अलोन’ पर आधारित है, जिसमें संजीव कुमार और जया बच्चन ने अभिनय किया था। यह एक मूक-बधिर जोड़े पर आधारित है जो सम्मान का जीवन जीने के लिए बाधाओं से लड़ते हैं। भारत के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में संजीव कुमार ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और गुलजार ने सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार जीता था।

हृषिकेश मुखर्जी की ‘बावर्ची’ है ऑल टाइम हिट  

हृषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित ‘बावर्ची’ तपन सिन्हा की 1966 की बंगाली भाषा की फिल्म ‘गैलपो होलेओ सत्ती’ की रीमेक थी। इसमें राजेश खन्ना और जया बच्चन ने अभिनय किया था। फिल्म में राजेश खन्ना एक प्रतिभाशाली व्यक्ति की भूमिका निभाते हैं, जो अपने प्रेम और विनम्रता से लोगों के बीच की गलतफहमियां दूर करता है। फिल्म में कई ऐसे सीन हैं जो हर दिल को छू लेते हैं। 

‘मिली’ आज भी रुला देती है 

हृषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित ‘मिली’ में अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने लीड रोल निभाए हैं। इसमें एक अमिताभ एक अवसादग्रस्त शराबी के किरदार में हैं और जया उनकी खुशमिजाज, नटखट पड़ोसी मिली के किरदार में हैं। दोनों के बीच रोमांस होता है, लेकिन कहानी के अंत में मिली की एक बीमारी के कारण मौत हो जाती है।  

अभी नहीं चुनी गई कास्ट 

जादूगर फिल्म्स के अनुश्री मेहता और अबीर सेनगुप्ता ने कहा कि हम अपनी तीन पुरानी पसंदीदा फिल्मों को एक नए रूप में बनाने के लिए रोमांचित हैं। उन्‍होंने कहा, ये वो फिल्में हैं जिन्हें देखकर हम बड़े हुए हैं और ये वो कहानियां हैं जिसे नई पीढ़ी को भी देखना चाहिए। आगे कहा, हम अपेक्षाओं और जिम्मेदारी पर खरा उतरने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। समीर राज सिप्पी ने कहा, मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम क्लासिक कहानियों को लें और उन्हें एक नए और आधुनिक दृष्टिकोण के साथ आज के परिदृश्य में लाएं। ‘बावर्ची’ ‘मिली’ और ‘कोशिश’ को दोबारा दिखाने के पीछे यही इरादा है।”

Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments