पाकुड़। गुरुवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय प्रकोष्ठ में उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में शहरी परिवहन, यातायात और सड़क सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त ने सड़क सुरक्षा समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों और जागरूकता गतिविधियों की गहन समीक्षा की। अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने सड़कों पर दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों की प्रगति की जांच की और आवश्यक निर्देश दिए।
दुर्घटनाओं के डेटा का संकलन और विश्लेषण
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को अद्यतन (अपडेट) रखा जाए और उनका गहन विश्लेषण (एनालेसिस) किया जाए। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं से संबंधित डेटा का विश्लेषण करने से ब्लैक स्पॉट और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलेगी। इस जानकारी का उपयोग भविष्य में दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों को लागू करने में किया जाएगा।
ब्लैक स्पॉट को चिह्नित कर सुधार कार्य
शहरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के उद्देश्य से ब्लैक स्पॉट को चिह्नित करने और इन क्षेत्रों में सुधार कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने कहा कि ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए। इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने के लिए अधिकारियों को योजनाएं बनाने के निर्देश दिए गए।
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सड़क सुरक्षा क्लब और जागरूकता अभियान
सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए उपायुक्त ने सभी विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने जनवरी में रोड सेफ्टी एग्जीबिशन के आयोजन का भी आदेश दिया। साथ ही, उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष ड्राइव चलाई जाए। इसके तहत भारी वाहनों की नियमित जांच, ओवरलोडिंग पर कार्रवाई और रेडियन लाइट समेत अन्य सुरक्षा मापदंडों का पालन न करने वाले वाहनों पर फाइन लगाने के निर्देश दिए।
हाइवा वाहनों की जांच सुनिश्चित करें
बैठक में विशेष रूप से हाइवा वाहनों की जांच को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि भारी वाहनों के कारण अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, इसलिए उनकी जांच सुनिश्चित करना आवश्यक है। सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
जागरूकता कार्यशालाएं और सामाजिक भागीदारी
सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए टोटो चालकों और समाजसेवियों के साथ सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यशालाओं के आयोजन पर भी चर्चा की गई। इन कार्यशालाओं के माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा के महत्व और नियमों का पालन करने की प्रेरणा दी जाएगी।
हिट एंड रन और गुड सेमेरिटन योजनाएं
बैठक के दौरान उपायुक्त ने हिट एंड रन योजना के तहत योग्य लोगों को लाभान्वित करने पर जोर दिया। परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक तीन लोगों को इसका लाभ प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त, गुड सेमेरिटन योजना के तहत भी तीन लोगों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी संजय पीएम कुजूर, एमवीआई, और सड़क सुरक्षा से जुड़े कर्मी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य सड़क हादसों को कम करना, यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना और लोगों के बीच सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना था।
यह बैठक जिले में सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।