पाकुड़। विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के सुचारू संचालन के लिए गठित विभिन्न कोषांगों का शनिवार देर शाम जिला निर्वाचन पदाधिकारी मनीष कुमार द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए तैयारियों का जायजा लिया और विभिन्न कोषांगों के कार्यों को बारीकी से देखा।
विभिन्न कोषांगों का निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान कार्मिक कोषांग, पोस्टल बैलेट कोषांग, नियंत्रण कक्ष, ईवीएम कोषांग, निर्वाचन कोषांग, सामग्री कोषांग, प्रशिक्षण कोषांग, हेल्पलाइन एवं जन शिकायत कोषांग का बारीकी से अवलोकन किया गया। मनीष कुमार ने इन कोषांगों में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों और कर्मियों से उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चुनावी तैयारियों की स्थिति का आंकलन किया और हर कोषांग में व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर संतोष
निरीक्षण के दौरान सभी कोषांगों के पदाधिकारियों ने बताया कि तैयारियां सुव्यवस्थित तरीके से चल रही हैं और सभी प्रक्रियाओं को सही ढंग से संचालित किया जा रहा है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी मनीष कुमार ने चुनावी तैयारियों पर संतोष जताया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और तत्परता के साथ निभाएं। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न होने वाली किसी भी समस्या की सूचना तुरंत देने के लिए कहा, ताकि समय रहते उसका समाधान किया जा सके।
अधिकारियों को दिए निर्देश
मनीष कुमार ने निर्देशित किया कि विधानसभा आम निर्वाचन 2024 को सफल और निष्पक्ष बनाने के लिए सभी अधिकारी और कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ काम करें। उन्होंने चुनाव कार्य में किसी भी प्रकार की कमी या ढिलाई न होने की बात पर जोर दिया। चुनाव के दौरान हर कार्य को समय पर और कुशलतापूर्वक संपन्न करने के निर्देश दिए गए।
उपस्थित पदाधिकारियों की भूमिका
निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की तैयारियों की जानकारी दी और चुनावी प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए अपने योगदान का आश्वासन दिया।
इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का जायजा लेना और विभिन्न कोषांगों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारियों की समीक्षा करना था, ताकि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और सफल हो सके।