पाकुड़। बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर की जयंती राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के जिला इकाई के द्वारा पाकुड़ अंबेडकर चौक पर डॉक्टर बी. आर. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
जिसमें विनोद रविदास, आशुतोष राणा, रमेश मुर्मू, मंगल टुडू, सुदामा रविदास, परदेसी रविदास, राघवेंद्र प्रताप पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने उनकी जयंती पर उन्हें याद किया गया।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी जिला अध्यक्ष, राजमहल लोकसभा चुनाव प्रभारी रंजीत कुमार सिंह ने कहा डॉ भीमराव प्रमुख भारतीय विधि वेता अर्थशास्त्री समाज सुधारक और राजनीतिज्ञ थे। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्य प्रदेश के मऊ में हुआ था। वे सभी वर्गों के लिए पूजनीय है तथा विद्वान भी थे। वर्ष 1924 में उन्होंने दलित वर्गों के कल्याण हेतु एक संगठन की शुरुआत की और वर्ष 1927 में दलित वर्गों की स्थिति को उजागर करने के लिए बहिष्कृत भारत समाचार पत्र का प्रकाशन शुरू किया। उन्होंने 1927 मार्च को महार सत्याग्रह का भी नेतृत्व किया। उन्होंने तीन गोलमेज सम्मेलनों में हिस्सा लिया वर्ष 1936 में उन्होंने दलित वर्गों के हितों की रक्षा हेतु लेबर पार्टी का गठन किया। वह प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे और उन्हें भारतीय संविधान के जनक के रूप में याद किए जाते हैं। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी वर्ष 1947 में स्वतंत्र भारत के पहले मंत्रिमंडल में कानून मंत्री बने। उन्होंने सभी वर्गों को संविधान में कोटि बार आरक्षण की व्यवस्था भी किया। उन्हीं के बने हुए संविधान के आधार पर भारत चल रही है।