पाकुड़। बुधवार को सड़क सुरक्षा टीम पाकुड़ द्वारा राज प्लस टू विद्यालय में एक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जानकारी देना था। कार्यक्रम में मोटर वाहन सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और यातायात नियमों के पालन के प्रति जागरूक किया गया।
सड़क सुरक्षा नियमों के पालन की आवश्यकता
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों और शिक्षकों को हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपकरणों के महत्व के बारे में बताया गया। यह जानकारी दी गई कि गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल का प्रयोग और नशे में गाड़ी चलाना बेहद खतरनाक है, और इनसे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, गाड़ी की चाल निर्धारित सीमा के भीतर रखनी चाहिए ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। सड़क पार करते समय ज़ेबरा क्रॉसिंग और सिग्नल का सही तरीके से उपयोग करने के बारे में भी बताया गया। साथ ही, यह भी समझाया गया कि सावधानीपूर्वक सड़क पार करना और तेज रफ्तार से बचना दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करता है।
शपथ ग्रहण और यातायात नियमों का पालन
कार्यक्रम के अंत में सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों से यातायात नियमों के पालन की शपथ ली गई। इस शपथ में उन्होंने सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया और रोड क्रॉसिंग, सीट बेल्ट, हेलमेट पहनने और तेज रफ्तार से बचने का वादा किया। कार्यक्रम में हिट एंड रन और नेक नागरिक के बारे में भी जानकारी दी गई, ताकि अधिक से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की सहायता करने के लिए प्रेरित हो सकें।
गोल्डन अवर और गुड समेरिटन योजना
कार्यक्रम में बताया गया कि सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्ति को मदद करने वाले व्यक्ति को पुरस्कृत करने के लिए गोल्डन अवर योजना लागू की गई है। यदि कोई व्यक्ति दुर्घटना में घायल को एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाता है, तो उसे 5,000 रुपये और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इसके अलावा, जो व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाता है, वह अपना नाम अस्पताल में दर्ज करवा सकता है, ताकि उसे गुड समेरिटन के तहत 2,000 रुपये और प्रशस्ति पत्र प्राप्त हो सके। इस योजना का उद्देश्य है कि लोग दुर्घटनाओं के दौरान घायलों की मदद करने के लिए प्रेरित हों और उनकी मदद करने के लिए एक सुरक्षित और सशक्त वातावरण तैयार किया जा सके।
हिट एंड रन से जुड़ी नई जानकारी
कार्यक्रम के दौरान हिट एंड रन घटनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। यदि किसी दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अज्ञात वाहन से चोट पहुंचती है, तो उसे 2 लाख रुपये और यदि गंभीर रूप से घायल होता है, तो उसे 50,000 रुपये का मुआवजा मिलेगा। इस संशोधित अधिनियम के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को समय पर सहायता मिले और इसके लिए लोग जागरूक हों।
सड़क सुरक्षा कार्यक्रम में विशेषज्ञों की उपस्थिति
इस जागरूकता कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्व उपस्थित रहे, जिनमें मोटर वाहन निरीक्षक पाकुड़ अमित कुमार, जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधक रितेश कुमार सिंह, रोड इंजीनियरिंग एनालिस्ट मोहम्मद अजहद अंसारी, सूचना प्रौद्योगिकी सहायक अमित कुमार, और राम विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य शिक्षक शामिल थे। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया और सड़क सुरक्षा के महत्व को समझा।
इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और यातायात नियमों के पालन के प्रति लोगों को जागरूक करना था। यह अभियान छात्रों और शिक्षकों के बीच सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में सफल रहा और इससे यह संदेश गया कि सुरक्षित सड़कों का निर्माण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि प्रत्येक नागरिक को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।