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सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय होता है। इसलिए सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। इसके अलावा जो भी व्यक्ति मां पार्वती और भगवान शिव की पुत्री अशोक सुंदरी की सावन में पूजा करता है। उसे नौकरी व व्यवसाय में लाभ मिलता है।
सावन के महीने में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। कहा जाता है कि सावन का महीना भगवान शिव को अतिप्रिय है। इस दौरान महादेव की भक्तिभाव से पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट मिट जाते हैं। इसके अलावा न सिर्फ भगवान शिव बल्कि शिव परिवार के पूजन का भी अधिक महत्व है।
भगवान शिव के परिवार में माता पार्वती, भगवान गणेश व कार्तिकेय के बारे में हम सभी जानते हैं। लेकिन बता दें कि भगवान शिव और मां पार्वती की पुत्री अशोक सुंदरी के पूजन का भी व्यक्ति को लाभ और फल मिलता है। ज्योतिष के अनुसार, सावन के महीने में अशोक सुंदरी की पूजा करने से व्यक्ति को नौकरी व व्यापार में लाभ मिलता है।
अशोक सुंदरी की पूजा का महत्व
बता दें कि अशोक सुंदरी भगवान शिव और मां पार्वती की बेटी ही नहीं, बल्कि शिवलिंग में भी उनका स्थान मौजूद है।
शिव पुराण के मुताबिक जिस स्थान से शिवलिंग का जल बहकर बाहर निकलता है। वह अशोक सुंदरी हैं।
शिवलिंग के आगे लंबे वाले भाग को अशोक सुंदरी के अंश के रूप में जाना जाता है।
जब कोई भी व्यक्ति शिवलिंग पर जल अर्पित करता है, तो वह जल खुद अशोक सुंदरी को भी अर्पित हो जाता है।
इस तरह से शिवलिंग के साथ अशोक सुंदरी की पूजा हो जाती है और व्यक्ति को उसका लाभ मिलता है।
अशोक सुंदरी की पूजा के लाभ
मान्यता के अनुसार, शिवलिंग पर चढ़ाया गया फूल उसके आगे वाले हिस्से पर रखना चाहिए। जो शिव की पुत्री का अंश होता है।
इसके साथ ही अशोक सुंदरी के अंश यानी की शिवलिंग के आगे वाले भाग पर चावल, चंदन व कलावा भी चढ़ाना चाहिए।
यह सारी वस्तुएं शिवलिंग के साथ अशोक सुंदरी को भी अर्पित हो जाती हैं।
इससे भगवान शिव की पुत्री अशोक सुंदरी प्रसन्न होती हैं और व्यक्ति को नौकरी व व्यवसाय में लाभ पहुंचाती हैं।
बता दें कि अशोक सुंदरी को धन, सौंदर्य और वैभव का दाता कहा जाता है।
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