पाकुड़। विधानसभा निर्वाचन के अभ्यर्थियों के व्यय सम्बंधी लेखा का दूसरा जांच सत्र सूचना भवन सभागार में आयोजित किया गया। इस सत्र में व्यय प्रेक्षक संजय नरगस, जिला निर्वाचन पदाधिकारी और उपायुक्त मनीष कुमार, और प्रभारी पदाधिकारी की उपस्थिति में लिट्टीपाड़ा, पाकुड़ और महेशपुर विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों के खर्चे का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया और जांच की गई।
जांच तिथियों का निर्धारण
जिला निर्वाचन पदाधिकारी मनीष कुमार द्वारा अभ्यर्थियों के व्यय सम्बंधी लेखा की जांच के लिए तीन तिथियाँ निर्धारित की गई हैं, जिनमें से दूसरा सत्र आज सम्पन्न हुआ। इसके अलावा, तीसरा और अंतिम व्यय लेखा मिलान 17 नवम्बर को आयोजित किया जाएगा, ताकि निर्वाचन के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा किए गए व्यय का सटीक और पारदर्शी रूप से मिलान किया जा सके।
अभ्यर्थियों को मूल व्यय पंजी प्रस्तुत करने के निर्देश
निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार, अभ्यर्थियों को स्वयं अथवा उनके प्राधिकृत चुनाव अभिकर्ता को व्यय लेखा मिलान सत्र में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। अभ्यर्थियों को मूल व्यय पंजी के साथ जांच दल के समक्ष उपस्थित होकर अपने खर्च का विवरण प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। यह कदम सुनिश्चित करता है कि सभी उम्मीदवारों के चुनावी खर्च पारदर्शी और नियमानुसार हों।
समय सीमा में मिलान प्रक्रिया
व्यय लेखा का मिलान पूर्वाह्न 10:30 से अपराह्न 5:00 बजे तक किया जा रहा है, जिसमें अभ्यर्थियों के विभिन्न खर्चों का गहन विश्लेषण किया जा रहा है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य चुनाव के दौरान खर्च की पारदर्शिता बनाए रखना है और किसी भी प्रकार की अनियमितता को समय पर पहचाना जा सके।
इस तरह की सटीक जांच प्रक्रियाओं के माध्यम से जिला प्रशासन विधानसभा चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है।