पाकुड़। जिले के हिरणपुर के मुर्गाडांगा में ‘हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान’ विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में दुमका के पूर्व सांसद सुनील सोरेन उपस्थित थे। इस संगोष्ठी में देश के संविधान और डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान पर चर्चा करते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए गए।
पूर्व सांसद ने कांग्रेस पर लगाए आरोप
पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस ने न केवल डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया, बल्कि उनके द्वारा निर्मित संविधान का भी स्वार्थपूर्ण उपयोग किया। उन्होंने 1952 के चुनाव का जिक्र करते हुए बताया कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को हराने के लिए षड्यंत्र रचा। इसके विपरीत, भाजपा ने डॉ. अंबेडकर के सम्मान में उनके जन्मस्थान को तीर्थस्थल का दर्जा दिलाया और वहां स्मारक का निर्माण करवाया।
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर को 1952 और 1954 के चुनावों में हराने का षड्यंत्र रचा। साथ ही, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में उन्हें महत्वपूर्ण विदेश मामलों की समितियों से बाहर कर उनकी भूमिका को सीमित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि भारत के विभाजन के बाद अंबेडकर ने दलित शरणार्थियों के पुनर्वास की अपील की, जिसे कांग्रेस ने नजरअंदाज कर दिया।
भाजपा की नीतियों का उल्लेख
सुनील सोरेन ने भाजपा सरकार की नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि 2019 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत दलित शरणार्थियों को उनका हक दिया गया। भाजपा ने एससी-एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम को मजबूत किया, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए 10% आरक्षण लागू किया और ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया।
जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय का संबोधन
जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संकीर्ण मानसिकता से काम किया है। उन्होंने आपातकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय कांग्रेस ने अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रतिबंध लगाया और लाखों देशभक्तों को जेल में डाल दिया।
उन्होंने कांग्रेस पर संविधान में 75 बार संशोधन करने और बाबासाहेब अंबेडकर की तस्वीर संसद के सेंट्रल हॉल में लगाने से रोकने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान एनसीईआरटी की एक किताब में डॉ. अंबेडकर का अपमानजनक कार्टून छापा गया, जिससे उनकी विरासत और योगदान का मजाक बनाया गया।
कार्यक्रम का संचालन और उपस्थिति
इस कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष सुकुमार मंडल ने किया। इस अवसर पर कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें जिला उपाध्यक्ष सह कार्यक्रम संयोजक विजय भगत, धर्मेंद्र त्रिवेदी, लक्ष्मी तुरी, संजय मंडल, सावित्री देवी, रामजी साह, किरण मंडल, अमर साहा, मिथुन मंडल, बाबूलाल सोरेन, निमाई साहा, दिनेश तुरी, बबलू हेंब्रम, राजेश राय, सुशील सोरेन, विशाल मंडल, सुधीर मंडल, और बिरजू तुरी शामिल थे।
संविधान की रक्षा का संदेश
संगोष्ठी के दौरान वक्ताओं ने संविधान की रक्षा और डॉ. अंबेडकर के योगदान को याद रखने का संकल्प लिया। उन्होंने समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ लड़ने और संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करने पर जोर दिया। कार्यक्रम के माध्यम से जनता को संविधान के महत्व और उसकी रक्षा के लिए जागरूक किया गया।