रांची । स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और निर्दलीय विधायक सरयू राय के बीच चल रही राजीतिक जंग एक कदम औऱ आगे बढ़ी है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आप्त सचिव ओमप्रकाश सिंह ने सरयू राय पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल खड़ा किया की एफआईआर से छेड़छाड़ की गयी विधायक सरयू राय और डोरंडा थाना प्रभारी की मिलीभगत से दर्ज प्राथमिकी से अभियुक्त का नाम ह्वाइटनर से हटा दिया गया। किसी अन्य कर्मचारी के नाम का जिक्र किया गया है। ओमप्रकाश ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी और पुलिस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
डीजीपी से करेंगे शिकायत कार्रवाई की मांग
ओमप्रकाश ने कोर्ट की सुनवाई का जिक्र करते हुए कहा कि कोर्ट ने भी माना है कि एफआईआर से छेड़छाड़ की गयी है। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद थाना प्रभारी ने लिखित आवेदन में स्वीकार किया कि विधायक सरयू राय का नाम जोड़ना रह गया था। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आप्त सचिव ओम प्रकाश सिंह ने कहा सरयू राय के खिलाफ डोरंडा थाने में निजी दस्तावेज चुराने का आरोप दर्ज किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि सरयू राय यह बता रहे हैं कि उन पर चल रहे मामले को चाईबासा कोर्ट ने खारिज कर दिया लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि उन पर किस मामले में वारंट हुआ है।
सरकार पर नहीं थाना प्रभारी की कार्यशैली पर उठाए सवाल
ध्यान रहे कि सरयू राय ने कहा था कि मेरे विरुद्ध बन्ना गुप्ता का एक मुकदमा कोर्ट में खारिज कर दिए जाने की भरपाई करने के लिए यह अफवाह उड़ायी गयी है कि मेरे खिलाफ वारंट जारी हुआ है। वे तो पिछले एक वर्ष से इस अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि इस मामले में कोर्ट उन्हें बुलाए और वह न्यायालय के सामने सारी वस्तु स्थिति रख सकें। जब उनसे पूछा गया कि बन्ना गुप्ता स्वंय क्यों नहीं आये। अपना प्रतिनिधि क्यों भेज दिया है। इस पर उन्होंने कहा कि मैं उनका आप्त सचिव हूं, मैं उनका प्रतिनिधित्व तो कर ही सकता हूं। मैं सरकार पर किसी तरह का सवाल खड़ा नहीं कर रहा, मैंने थाना प्रभारी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है। अगर पुलिस विभाग इस पर कार्रवाई नहीं करती है तो इस पर आगे शिकायत करेंगे।