पाकुड़। जिले के जनसमस्याओं को लेकर झामुमो के पूर्व केंद्रीय समिति सदस्य शाहिद इकबाल ने झारखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री कक्ष में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जिले की प्रमुख समस्याओं पर चर्चा करते हुए एक आवेदन सौंपा। आवेदन में उन्होंने जिले के स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे से संबंधित चिंताओं को विस्तार से रखा।
पाकुड़ सदर अस्पताल की स्थिति चिंताजनक
शाहिद इकबाल ने आवेदन के माध्यम से पाकुड़ सदर अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों की भारी कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में एएनएम के 153 पदों में से केवल 30 पदों पर कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त, महिला रोग, बच्चा रोग और हड्डी रोग विशेषज्ञ जैसे महत्वपूर्ण डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं है। उन्होंने बताया कि जिले में डॉक्टरों के 103 पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 26 डॉक्टर कार्यरत हैं। इनमें से भी 9 डॉक्टर अध्ययन अवकाश पर, 3 ने इस्तीफा दे दिया और 3 डॉक्टर अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं। यह स्थिति सदर अस्पताल और पीएचसी के लिए गंभीर चुनौती बन गई है।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग
स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ शाहिद इकबाल ने जिले की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग भी उठाई। उन्होंने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि 2016-17 में रघुवर दास सरकार के दौरान राज्य के 4096 प्राथमिक और मध्य विद्यालयों का अन्य विद्यालयों में विलय कर दिया गया था। इनमें पाकुड़ जिले के 6 उर्दू विद्यालय भी शामिल थे। शाहिद इकबाल ने मुख्यमंत्री से इन विद्यालयों को पुन: स्थापित करने के लिए कदम उठाने की मांग की। उन्होंने बताया कि विशेष सूत्रों के अनुसार, हेमंत सरकार इस मुद्दे पर कार्य कर रही है और जल्द ही विलय किए गए विद्यालयों की पुनर्वापसी पर निर्णय लिया जाएगा।
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जिले की समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई का भरोसा
मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान शाहिद इकबाल ने कहा कि पाकुड़ जिले की स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा प्रणाली की समस्याओं को शीघ्र हल करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने इन समस्याओं को गंभीरता से सुनने के बाद समाधान के लिए तत्परता से कार्रवाई करने का भरोसा दिया।
स्थानीय समस्याओं पर प्रशासन का ध्यान केंद्रित
पाकुड़ जिले की स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था पर उठाए गए ये मुद्दे जिले में आम जनता की चिंताओं को दर्शाते हैं। शाहिद इकबाल ने इन ज्वलंत समस्याओं को सामने रखकर प्रशासन को ध्यान केंद्रित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया है। उम्मीद है कि इन मुद्दों पर जल्द ही समाधानात्मक कदम उठाए जाएंगे।
यह चर्चा जिले के विकास और आम जनता की समस्याओं के समाधान में एक महत्वपूर्ण प्रयास मानी जा रही है। इससे पाकुड़ जिले के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं की उम्मीद बंधी है।