पाकुड़ । झामुमो के पूर्व केंदीय समिति सदस्य सह पूर्व जिला प्रवक्ता शाहिद इकबाल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर पाकुड़ के ज्वलंत समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए आवेदन दिया।
हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद पाकुड़ लौटे झामुमो के पूर्व केंद्रीय समिति सदस्य शाहिद इक़बाल ने कहा कि लगभग 13 वर्ष पहले फरक्का गंगा फीडर कैनल से पाईप बिछाकर पूरे पाकुड़ शहर को जलापूर्ति के लिए टेंडर हुआ था। जो आज तक पूरा नहीं हुआ। पीएचडी विभाग के सुस्त रवैया के कारण पाकुड़ में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। इसे अविलंब किर्यान्वित करने की मांग की है। पाकुड़ जिला मुख्यालय में हरिणडांगा बाजार गांधी चौक के निकट स्थित हरिणडांगा उर्दू मध्य विद्यालय के साथ-साथ पाकुड़ जिले के सभी प्रखंड के उर्दू विद्यालयों को अन्य विद्यालयों में हुए विलय को रद्द कर पुनः उसमें पठन-पाठन का कार्य चलाने की मांग भी की है। वहीं सभी मध्य विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की बहाली पर भी ध्यान आकृष्ट कराया गया है।
झामुमो के पूर्व केंद्रीय समिति सदस्य शाहिद इक़बाल ने यह भी कहा कि पाकुड़ जिले में कुल 99 डॉक्टर का पद है। जिसमें मात्र 26 डॉक्टर कार्यरत है। नर्सों की भी कमी है। महिला और बच्चों के लिए कोई डॉक्टर नहीं है। पाकुड़ जिला मुख्यालय का सदर अस्पताल की भी यही स्थिति है। डॉक्टर, नर्स की कमी है। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी के जांच विशेषज्ञ भी नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीमार व्यक्तियों, बच्चों और महिलाओं की क्या स्थिति होती होगी। मुख्यमंत्री ने इस विषय पर पहल करने का आश्वासन दिया है। जिले की कई और भी अहम समस्याओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया।