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उद्धव ठाकरे ने 2024 में सुप्रिया सुले को मुख्यमंत्री के रूप में आदित्य ठाकरे के साथ डिप्टी सीएम के रूप में स्थापित करने की योजना बनाई थी। यही वो योजना थी जिसके कारण शिवसेना के विधायकों में असंतोष पैदा हुआ।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 2024 में सुप्रिया सुले को मुख्यमंत्री के रूप में आदित्य ठाकरे के साथ डिप्टी सीएम के रूप में स्थापित करने की योजना बनाई थी। यही वो योजना थी जिसके कारण शिवसेना के विधायकों में असंतोष पैदा हुआ, जिसके परिणामस्वरूप अंततः 40 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ चले गए और भाजपा के साथ सरकार बनाई।
बावनकुले ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह शिंदे का विद्रोह था जिसने इन योजनाओं पर पानी फेर दिया। यह प्रस्तावित किया गया था कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करेंगे और योजना को 2024 तक अमल में लाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि योजना यह थी कि शिवसेना राकांपा की तुलना में कम सीटें जीतेगी ताकि सुले 2024 में मुख्यमंत्री बन सकें। इन साजिशों से तंग आकर एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी।
बावनकुले ने बताया कि वरिष्ठ नेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 100 विधायकों का लक्ष्य रखा था। शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बावनकुले को पता नहीं है कि आसपास क्या हो रहा है। वो ‘वनवास’ में है। उन्हें गंभीरता से न लें, उन्हें राजनीतिक ज्ञान नहीं है। वह महाराष्ट्र को नहीं जानते। राज्यसभा सदस्य। राकांपा नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि बावनकुले को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि विद्रोह हो रहा है।
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