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आकाश कुमार/जमशेदपुर. लोगों का अपने प्यार को इजहार करने का अलग-अलग तरीका होता है. कई लोग मनुष्य से मोहब्बत करते हैं कई लोग जानवरों से तो कई लोग वस्तुओं से भी मोहब्बत करते हैं. वहीं ऐसे भी लोग हैं जो पेड़ और पौधों से मोहब्बत कर बैठते हैं. ऐसे ही पेड़-पौधों से मोहब्बत करने वाले श्रवण सिंह और उनकी पत्नी परमजीत दोनों जमशेदपुर के सिधगोरा निवासी है. अपने छोटे से क्वार्टर में तकरीबन 300 से भी ज्यादा पौधे लगाए हैं. श्रवण टाटा स्टील के वर्कर हैं और रोजाना 2 से 3 घंटे वह बागवानी को समय देते हैं. पौधे लगाने के लिए गमले से ज्यादा इन्होंने कबाड़ की वस्तुओं का इस्तेमाल किया है जैसे बोतल, टायर, खराब पड़ी बाल्टी, ड्रेनेज की पाइप आदि.
पौधे की बात करें तो यहां पर आपको चांदनी, सदाबहार, मनी प्लांट, एलोवेरा, माली फूल, स्नेक प्लांट, जोबा फूल, केना लिली, गुलाब, गंधराज, अपराजिता ,कृष्णा कमल ,मधुमालती, परचुला, मैक्सिकन पेटूनिया ,मॉर्निंग गोलों, गेंदा वह अन्य इनके बागीचे की शोभा बढ़ाते हैं. सब्जी में बैगन, मिर्चा ,टमाटर ,लौकी, नैनवा ,करेला, खीरा जैसे सब्जियों की भी पौधे यहां मिलेंगे.
छोटे से क्वार्टर में तकरीबन 300 से भी ज्यादा पौधे लगाए
श्रवण सिंह पंजाब के रहने वाले हैं और वहां उनकी काफी बड़ा खेत खलियान है. कामकाज के कारण वे जमशेदपुर में शिफ्ट हुए हैं. जमशेदपुर में तो खेती करने के लिए इतनी बड़ी जमीन नहीं है. इसलिए उन्होंने अपने घर के आंगन को ही इस तरह से बनाया ताकि उनका मन लगा रहे और यहां से पार होने वाले जितने भी लोग हैं वह एक बार जरूर रुक कर सेल्फी लें.
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Tags: Jamshedpur news, Jharkhand news, Local18
FIRST PUBLISHED : July 07, 2023, 17:58 IST
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