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जमुई. बिहार में एक बुजुर्ग महिला अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है लेकिन मुलाजिम हैं कि उसकी सुनते ही नहीं. 67 साल की ये महिला भले ही दिखने में फिट हो लेकिन उसे सरकारी रिकॉर्ड में मार दिया गया है यानी मृत घोषित कर दिया गया है वो भी 13 साल पहले. मामला जमुई जिला से जुड़ा है.
जिले के चकाई प्रखंड इलाके की बुजुर्ग महिला प्रखंड कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों से गुहार लगा रही है कि वह अभी जिंदा है. उसके नाम से बना मृत्यु प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया जाए. जो महिला अभी जिंदा है उसके नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने से एक बार फिर सरकारी कार्यालय की कार्यशैली पर सवाल उठा है. दरअसल जमुई जिले के चकाई प्रखंड के इलाके के माधोपुर पंचायत के बुधुआडीह गांव की 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला लखपति देवी ने आवेदन देकर गुहार लगाई है कि वह अभी जिंदा है. उसके नाम से बना हुआ मृत्यु प्रमाण पत्र को रद्द किया जाए.
लखपति देवी का मृत्यु प्रमाण पत्र चकाई प्रखंड माधोपुर ग्राम पंचायत कार्यालय से 20 सितंबर 2022 को जारी हुआ था, हैरानी की बात है मृत्यु प्रमाण पत्र के अनुसार लखपति देवी की मौत 5 अक्टूबर 2013 में हो चुकी है. बुजुर्ग महिला लखपति देवी ने बताया कि सरकारी बाबू की मिलीभगत से उसके सौतेले बेटे सुनील यादव ने उसके 5 एकड़ जमीन हड़पने के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया था. जब से जानकारी मिली कि उसके नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हो चुका है तब वह अधिकारियों के पास गुहार लग रही है लेकिन सुनवाई नहीं हो रही.
बुजुर्ग महिला लखपति देवी के बेटे लाल किशोर यादव ने बताया कि उसके सौतेले भाई सुनील यादव ने फर्जीवाड़ा कर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया था लेकिन हैरानी की बात है कि बगैर जांच के सरकारी अधिकारी और कर्मी उसे जारी कर दिया. अब इस सर्टिफिकेट को रद्द करने के लिए अधिकारियों को आवेदन दिया गया है, लेकिन अभी तक उसे रद्द नहीं किया गया. इस मामले में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है. चकाई प्रखंड के विकास पदाधिकारी से जांच कराई जा रही है, रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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Tags: Bihar News, Jamui news
FIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 22:28 IST
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