पाकुड़। जिले में सखी दिवस के अवसर पर लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सोनाधनी पंचायत अंतर्गत पटवारा ग्राम के पहाड़िया टोला और बांडू पंचायत के मार्गो गांव में पीवीटीजी पाठशालाओं के बच्चों के बीच शिक्षा और सीखने की सामग्री वितरित की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन JSLPS के सहयोग से उड़ान परियोजना के तहत किया गया। इस परियोजना का उद्देश्य है अत्यंत पिछड़े जनजातीय समूह (पीवीटीजी) के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करना।
टीएलएम किट वितरण में अनेक सामग्रियां शामिल
कार्यक्रम में उपायुक्त मनीष कुमार ने बच्चों के बीच टीएलएम किट्स (टीचिंग लर्निंग मटेरियल) वितरित किए। इन किट्स में कॉपी, पेंसिल, रबर, स्कूल बैग, वाइट बोर्ड, वाटर फिल्टर, सोलर लाइट, मैट, फुटबॉल, बैडमिंटन और अन्य पढ़ाई व खेलकूद सामग्री शामिल थीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पीवीटीजी पाठशाला कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पहाड़िया बच्चों और उनके परिवारों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाना है। इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अधिक से अधिक बच्चों का स्कूल में दाखिला हो और वे शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
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70 पीवीटीजी पाठशालाओं का संचालन
इस समय जिले में कुल 70 पीवीटीजी पाठशालाएं संचालित हो रही हैं, जहां बच्चों को नियमित रूप से पढ़ाई और खेलकूद का माहौल दिया जा रहा है। उपायुक्त ने यह भी बताया कि इन सभी पाठशालाओं में पाठशाला किट्स वितरित की जाएंगी। ये किट्स बच्चों को पढ़ाई में सहायता करने के साथ-साथ उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से विकसित करने में भी सहायक होंगी।
शिक्षा के माध्यम से समाज में बदलाव का प्रयास
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों का संपूर्ण विकास करना है, ताकि वे उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित हो सकें और अपने जीवन में नई ऊंचाइयां हासिल करें। इस पहल से पहाड़िया समुदाय के परिवारों में शिक्षा के महत्व को समझाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही, सरकार और JSLPS का लक्ष्य है कि आने वाले समय में और अधिक पीवीटीजी पाठशालाएं खोली जाएं, ताकि पिछड़े क्षेत्रों के बच्चों को भी शिक्षा के समान अवसर मिलें।
भविष्य में और पहल की तैयारी
सरकार और JSLPS द्वारा संचालित यह कार्यक्रम शिक्षा और सामुदायिक विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल बच्चों का बौद्धिक विकास होगा, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से भी सशक्त बनाया जाएगा। आने वाले समय में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है, जिससे अधिक से अधिक पिछड़े समुदाय के बच्चे मुख्यधारा से जुड़ सकें।
पहाड़िया समुदाय के विकास की ओर एक कदम
सखी दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा और खेलकूद सामग्री के वितरण के जरिए बच्चों को न केवल स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, बल्कि उन्हें उनके भविष्य निर्माण के लिए एक मजबूत आधार भी दिया जा रहा है।
इस प्रकार, यह पहल सामाजिक समावेशिता और शिक्षा के माध्यम से समाज को बदलने का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती है।