Saturday, May 10, 2025
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मिथुन की फिल्म देख शुरू किया कराटा सीखना, एशियन गेम्स में दिखेगा जाबिर का जलवा

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सच्चिदानंद, पटना. ‘शुरु शौक से किए थे अब मजा आ रहा है.’ यह कहना है बिहार के जमुई के तुम्बा पहाड़ गांव के रहने वाले मो. जाबिर अंसारी की. बचपन में अक्षय कुमार की एक्शन फिल्मों को देख कराटे में दिलचस्पी बढ़ी. जब पढ़ाई करने के लिए पटना पहुंचे तो ट्रेनिंग लेने के लिए कोचिंग ज्वाइन किया. शौक से शुरू हुआ कराटे का यह सफर एशियन गेम्स तक पहुंच गया और मोहम्मद जाबिर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बन गए.

अब चीन में होने वाले आगामी एशियन गेम्स की ट्रेनिंग टीम में देश भर से चार लोगों को चुना गया है, जिसमें एक मोहम्मद जाबिर अंसारी भी हैं. यह टूर्नामेंट 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चीन में होने वाला है. अभी फिलहाल जाबिर अंसारी को भारतीय खेल प्राधिकरण के अंदर ट्रेनिंग दी जाएगी और चयनित चार खिलाड़ियों में से किसी एक का भारतीय टीम के लिए चयन किया जाएगा.

एक्शन फिल्मों से जगी रूचि
जाबिर अंसारी बताते हैं कि बचपन में अक्षय कुमार, अजय देवगन, मिथुन चक्रवती की एक्शन से भरपूर फिल्में देखा करता था. उसी समय लगता था कि मैं भी एक्शन करूं. अक्षय कुमार की फिल्म खिलाड़ियों का खिलाड़ी ने कराटे के प्रति मेरे मन में उत्सुकता को बढ़ाया. उच्च शिक्षा के लिए जब पटना आया तो कराटा सीखने के लिए क्लास शुरू कर दी. कोच के कहने पर जब पहली बार किसी टूर्नामेंट में भाग लिया तो सिल्वर मेडल मेरे नाम हुआ. उस समय से मेडल का यह दौर शुरू हो गया. अलग-अलग नेशनल टूर्नामेंट के अलावा इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भी उन्हें गोल्ड मेडल मिल चुका है.

न्यूज के जरिए घरवालों को हुआ मालूम
जाबिर ने बताया कि घरवाले चाहते थे कि मैं सरकारी नौकरी करूं, लेकिन मेरी दिलचस्पी कराटे में थी. लगातर टूर्नामेंट खेलता था. 2 सालों तक बिना घरवालों को बताए ट्रेनिंग करता रहा. पहला नेशनल मेडल जीतने के बाद जब हर अखबार में मेरी तस्वीर छपी तो घरवालों पता चला. उसके बाद खूब डांट पड़ी. घरवाले पढ़ाई करने को बोलते थे लेकिन मैं खेल में अपनी मंजिल ढूंढ रहा था. मेरे इस खेल से घरवाले हमेशा नाखुश रहते थे.

वे कहते हैं कि इस बीच 2018 में जब एशियन गेम्स के ट्रायल के लिए मैं चयनित हुआ तो खूब मीडिया कवरेज हुई. मम्मी-पापा का भी इंटरव्यू छपने लगा. फिर घरवालों को लगने लगा कि खेल में भी अच्छा कैरियर है. तब से आज तक घरवालों का भरपूर सहयोग रहता है. जाबिर के पिता बताते हैं कि उनकी पहचान बेटे के नाम से होती है.

Tags: Asian Games, Bihar News, Local18, PATNA NEWS

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