पाकुड़ । शहर के रानी ज्योतिर्मय स्टेडियम में झारखंड स्टेट लाईवलीहुड प्रमोशन सोसाईटी एवं जिला प्रशासन, पाकुड़ द्वारा राष्ट्रीय जुट महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
राष्ट्रीय जुट महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग आलमगीर आलम, उपायुक्त वरुण रंजन, पुलिस अधीक्षक श्री हृदीप पी. जनार्दनन, अजय कुमार, सीएमडी जेसीआई, अमिताभ सिन्हा, डायरेक्टर फाइनेंस, जेसीआई, अनिन्दया आचार्य, संयुक्त सचिव, नेशनल जुट बोर्ड कोलकाता, विष्णु चरण परिदा, सीओओ, जेएसएलपीएस, जिला परिषद अध्यक्ष जूली खिष्टमणी हेम्ब्रम, झारखंड प्रदेश महासचिव, कांग्रेस उदय लखमानी, उप विकास आयुक्त आयुक्त शाहिद अख्तर, अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी, अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित, विशेष कार्य पदाधिकारी विकास कुमार त्रिवेदी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
रानी ज्योतिर्मय स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय जूट महोत्सव 2023 को संबोधित करते हुए उपायुक्त वरुण रंजन ने इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी उद्यमियों एवं रोजगार मेला में सम्मिलित होने वाले रोजगार देने वाली कंपनियों व जूट से जुड़े हुए हमारे किसान बंधु आप सभी को जोहार। आज पाकुड़ जिले के लिए बहुत ही हर्ष और गौरव का विषय है।
उपायुक्त ने कहा कि पाकुड़ जिला प्रशासन द्वारा सदियों से चली आ रही अपनी पुरानी संस्कृति एवं परंपरा को बरकरार रखते हुए राष्ट्रीय जूट महोत्सव को नया आयाम देने का काम किया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री झारखंड एवं माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशानुसार पाकुड़ एवं साहबगंज जिले में जुट क्लस्टर्स की स्थापना के लिए जिला प्रशासन एवं जेएसएलपीएस के साथ मिलकर आगे कदम बढ़ा रहे हैं। जूट उद्योग के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया एवं नेशनल जूट बोर्ड के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर आगे के कार्यों को किया जा रहा है। पाकुड़ जिले के किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से नई तकनीकों के माध्यम से जूट उत्पादन को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसानों को जूट उत्पादन से जोड़ लाभान्वित किया जा सके। इसके अलावे उपायुक्त ने कहा कि पाकुड़ जिले की लगभग 5000 से अधिक किसानों को जूट उत्पादन से जोड़ा जा रहा है। इन सभी किसानों को जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के माध्यम से जूट से संबंधित हाईब्रिड बीज व जूट उत्पादन बढ़ाने को लेकर उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस रोजगार मेला के माध्यम से पाकुड़ एवं साहिबगंज जिला के किसानों को जूट उत्पादन का उचित मूल्य उपलब्ध होगा। साथ ही साथ उनके द्वारा बनाए गए जूट को उचित मार्केट उपलब्ध कराते हुए लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए रोजगार सृजन मेले का आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य जिले के युवक – युवतियों को निजी क्षेत्र की कंपनियों में रोजगार मुहैया कराना है। मेले में कुल 18 कंपनियों ने हिस्सा लिया है, जो आहर्ता अनुरूप जिले के सभी प्रखंडों से पहुंचे अभ्यर्थियों को रोजगार मुहैया कराएगी।
मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने जूट महोत्सव के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए कहा कि इस महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य रूप आधारित आजीविका कमाने वाले परिवारों के बीच नई तकनीकों कौशल और जूट उत्पादों की बढ़ती मांग के बाजार को अपनाने के माध्यम से घरेलू के साथ-साथ औद्योगिक उपयोग में भी अपनी आजीविका बढ़ाने के अवसर के बारे में जागरूकता पैदा करना है।
उन्होंने कहा कि पाकुड़ और साहिबगंज जिला में जूट से संबंधित किसानों का सर्वे करवाया गया है और इस जिला के किसानों को जूठ की उन्नत खेती आधुनिक प्रसंस्करण विधि, वैज्ञानिक विधि से भंडारण तथा जूट की विभिन्न उत्पाद एवं जूट उत्पादों का विस्तृत बाजार पर उन्मुखीकरण इस जागरूकता तथा जूट आधार आधारित आजीविका को संवर्धित करने हेतु झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी एवं जिला प्रशासन के द्वारा जूट किसान एवं कारीगर संकुल संवर्धन योजना आरंभ की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को हर प्रकार की सुविधा मिले उन्हें उनके जूट उत्पाद का सही मूल्य मिले इसका प्रयास राज्य सरकार के द्वारा किया जा रहा है। पाकुड़ तथा साहेबगंज जिला में जूट की खेती एवं बिक्री से आजीविका उपार्जन कर रहे लगभग बारह हज़ार निर्धन ग्रामीण परिवारों में जूट की उन्नत कृषि, आधुनिक प्रसंस्करण विधि, वैज्ञानिक विधि से भंडारण तथा जूट की विभिन्न उत्पाद एवं जूट उत्पादों के विस्तृत बाजार पर उन्मुखीकरण, जागरूकता तथा जूट आधारित आजीविका को संवर्धित करने हेतु झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS), ग्रामीण विकास विभाग, झारखण्ड सरकार एवं जिला प्रशासन, पाकुड़ के द्वारा “जूट किसान एवं कारीगर संकुल संकुल संवर्धन योजना आरंभ की गई है। पाकुड़ जिला के पाकुड़ सदर प्रखंड में 5036 जुट किसानों के सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। सर्वे के अनुसार पाकुड़ जिला के सदर प्रखंड के 40 ग्रामों में 4888.9 एकड़ भूमि पर प्रतिवर्ष लगभग 5812 मैट्रिक टन जूट का उत्पादन किया जा रहा है। साहेबगंज जिला में विभाग के द्वारा कराये गए सर्वे में 21000 किसानों के द्वारा प्रति वर्ष 24 हज़ार मीट्रिक टन जूट का उत्पादन किया जा रहा है। विभाग के द्वारा कोलकाता की इजरा संस्था के द्वारा दोनों जिलों में तकनिकी सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है और सर्वे के रिपोर्ट में पाकुड़ और साहेबगंज दोनों जिलों में उत्पादित किये जा रहे जूट को TD4 से TD7 क्वालिटी का पाया गया है जिसकी जूट उद्योग में भारी मांग है।पाकुड़ एवं साहेबगंज जिला के शत प्रतिशत जूट किसानों निबंधन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
ग्रामीण विकास विभाग के माननीय मंत्री श्री आलमगीर आलम ने मौके पर मौजूद 3 जुट उत्पाद उधमी को कीट सौंपा। इसके साथ साथ मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 3 लाभुकों को सिलाई मशीन, जेएसएलपीएस के तहत तीन कर्मियों को जॉब लेटर तथा भूमि संरक्षण विभाग की ओर से महिला दीदियों को ट्रैक्टर की चाबी सौंपा गया।
इसके पश्चात माननीय मंत्री व उपायुक्त ने क्रमवार सभी 65 स्टाल का निरीक्षण किया। इस क्रम में एक से बढ़कर एक उत्पादों को देख प्रसन्नता व्यक्त की। कहा कि मेले में आने वाले लोगों को हाथों से निर्मित उत्पाद काफी पसंद आएंगे। राष्ट्रीय जूट महोत्सव इन दिनों पर्यटकों और स्थानीय लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मेले में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से जूट का सामान बनाने वाले कारीगरों ने हिस्सा लिया है। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से कारीगर जूट से बना सामान बेचने लाए हैं।
इनकी रही उपस्थिति
कर्यक्रम में जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री संजय कुमार दास, जिला कल्याण पदाधिकारी श्री विजन उरांव, कार्यपालक दंडाधिकारी श्री आशुतोष, मुख्यालय डीएसपी श्री वैद्यनाथ प्रसाद, जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्री महेश राम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ० चंदन, जिला योजना पदाधिकारी श्री अनुप कुजूर, जिला