महिला कांग्रेस के सदस्यता अभियान की शुरुआत
पाकुड़ जिला महिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में एक विशेष सदस्यता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का नेतृत्व जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष शहनाज बेगम ने किया। कार्यक्रम का उद्देश्य जिले की महिलाओं को कांग्रेस की विचारधारा से जोड़ना और उन्हें राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त बनाना था।
नई सदस्याओं को मिला कांग्रेस परिवार में स्थान
इस अवसर पर महिला कांग्रेस की सक्रिय सदस्य सीरिना बीबी, गोलबानू बीबी और साजिदा बीबी को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता पत्र प्रदान की गई। इन नई सदस्याओं ने औपचारिक रूप से कांग्रेस परिवार में शामिल होकर संगठन को और अधिक मजबूती देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और पार्टी में नई ऊर्जा के संचार की बात कही।
कांग्रेस की विचारधारा सेवा और समर्पण पर आधारित — शहनाज बेगम
अपने संबोधन में जिला अध्यक्ष शहनाज बेगम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा सेवा, समर्पण और सामाजिक न्याय पर आधारित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही समाज के वंचित वर्गों, महिलाओं और गरीबों की आवाज बनकर खड़ी रही है। उन्होंने नई सदस्याओं से अपील की कि वे निष्ठा, ईमानदारी और अनुशासन के साथ संगठन के लिए कार्य करें तथा पार्टी की नीतियों को घर-घर तक पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
महिलाओं ने जताया आभार और संगठन को मजबूत करने का संकल्प
नई सदस्याओं ने इस अवसर पर कहा कि वे कांग्रेस पार्टी की नीति और विचारधारा से गहराई से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि यह पार्टी महिलाओं को सम्मान, अधिकार और समान अवसर प्रदान करने के लिए सदैव अग्रणी रही है। सदस्याओं ने संगठन को मजबूत करने, जनसंपर्क बढ़ाने और महिला सशक्तिकरण के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया।
संगठन में नई ऊर्जा का संचार
सदस्यता अभियान के इस आयोजन ने पाकुड़ जिले में महिला कांग्रेस को नई दिशा और नई ऊर्जा प्रदान की है। इस कार्यक्रम के माध्यम से अधिक से अधिक महिलाओं को राजनीतिक प्रक्रिया से जोड़ने की पहल की गई है, ताकि वे समाज में अपनी भूमिका को और अधिक सशक्त रूप में निभा सकें।
अभियान का उद्देश्य — महिला नेतृत्व को सशक्त बनाना
महिला कांग्रेस की यह पहल न केवल संगठन का विस्तार है, बल्कि यह महिलाओं को नेतृत्व और निर्णय प्रक्रिया में आगे लाने की दिशा में भी एक सार्थक प्रयास है। पाकुड़ में इस अभियान से यह संदेश स्पष्ट गया कि महिलाएं अब राजनीति में भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।


