पाकुड़। जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी (डीईजीएस) और यूआईडीएआई की बैठक सोमवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मनीष कुमार ने की, जिसमें डीईजीएस और यूआईडीएआई से संबंधित किए जा रहे कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की गई।
पंचायत भवनों में इंटरनेट सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी पंचायत भवनों में इंटरनेट कनेक्शन जल्द से जल्द स्थापित किया जाए। उन्होंने भारत नेट प्रोजेक्ट और झारनेट के तहत किए जा रहे कार्यों की प्रगति पर भी चर्चा की और अधिकारियों को इन कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। पंचायत भवनों में वीएलई (विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) की उपस्थिति को भी अनिवार्य किया गया।
प्रज्ञा केंद्रों के संचालन पर विशेष ध्यान
उपायुक्त ने पंचायतों में संचालित हो रहे प्रज्ञा केंद्रों की स्थिति की समीक्षा की और सुनिश्चित करने को कहा कि सभी केंद्र सही तरीके से कार्यरत रहें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पंचायत भवनों में इंटरनेट की पर्याप्त सुविधाएं जल्द से जल्द मुहैया कराई जाएं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
शत-प्रतिशत आधार कार्ड बनाने के निर्देश
बैठक में यूआईडीएआई की प्रगति की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने जिले के सभी लोगों का शत-प्रतिशत आधार कार्ड बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से यह जानकारी ली कि प्रतिदिन कितने आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं और छूटे हुए बच्चों और स्थानीय लोगों का आधार कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनाने का निर्देश दिया।
सरकारी योजनाओं में आधार की आवश्यकता पर जोर
उपायुक्त ने बताया कि आधार कार्ड के बिना किसी भी सरकारी योजना का लाभ उठाना संभव नहीं है, इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी योग्य व्यक्ति आधार कार्ड से वंचित न रहे। इसके लिए जिले में संचालित सभी आधार सेंटरों को सक्रिय रूप से कार्य करने और छूटे हुए लोगों के आधार कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया।
आधार सेंटरों की समीक्षा
बैठक में जिले में संचालित आधार सेंटरों की संख्या और उनकी कार्यक्षमता की जानकारी ली गई। उपायुक्त ने कहा कि सभी सेंटर पूरी क्षमता से कार्य करें ताकि आधार कार्ड के पंजीकरण और संशोधन कार्यों में कोई भी देरी न हो।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार, डीपीओ यूआईडी रितेश कुमार, सीएससी मैनेजर, और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। सभी को अपने-अपने कार्यों की प्रगति रिपोर्ट देने और निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया।