झारखंड विधानसभा का घेराव करने जा रहे छात्रों पर पुलिस ने आज (23 मार्च) जम कर लाठी चलाई. ये छात्र झारखंड की नियोजन नीति का विरोध कर रहे थे. छात्रों का कहना है कि झारखंड राज्य में करीब 2 लाख नौकरी निकलेगी, जिसमें अगर 60-40 वाली नीति लगाई जाएगी तो बाहरी लोग 1 लाख 50 हजार नौकरियां ले लेंगे. छात्रों का कहना है कि ऐसे में फिर झारखंड के मूल निवासियों को क्या मिलेगा?
छात्रों पर आंसू गैस के गोले छोड़े
इसे लेकर छात्रों ने आज (22 मार्च) को बजट सत्र के आखिरी दिन विधानसभा का घेराव करने का मन बनाया था. इसमें शांति पूर्वक धरना देने की बात कही गई थी, लेकिन एसडीओ ने कहा कि छात्र उग्र होने लगे थे. एसडीओ के अनुसार छात्र शांति पूर्वक धरना देने के बजाय ब्रेकेडिंग तोड़ कर विधानसभा की दीवारों को कुद अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे. माहौल को कन्ट्रोल करने के लिये पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. वहीं छात्रों के नेता जयराम ने बताया कि पुलिस ने निहत्थे छात्रों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, रबर की गोलियां चलाई गई, जिससे कई छात्र घायल हो गए.
छात्र नेता ने कहा कि हमें प्रशासन ने ही रास्ता दिया था और फिर ब्रेकेडिंग लगाकर रोक दिया गया. छात्र नेता के अनुसार जब वे दूसरे रास्ते से विधानसभा पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि आज (23 मार्च) भगत सिंह का शहादत का दिन है अगर प्रशासन हमें गोली भी मार दे तब भी छात्र पीछे नही हटेंगे. आज अगर हम डर गये तो हमारा हक हमें कभी नहीं मिल पाएगा. इस दौरान वहां भगदड़ मच गई जिसमें छात्र के नेता नीचे गिर पड़े, पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. बताया गया कि लाठचार्ज के विरोध में छात्रों ने पथराव करना शुरू कर दिया, जिसमें कई पुलिस कर्मी घायल हो गए. तनाव को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी.