पाकुड़। जिले में सामाजिक जागरूकता के साथ लोगों के लिए मुफ्त कानूनी सलाह और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जो जिले के विभिन्न प्रखंडों में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
यह कार्यक्रम झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ बाल कृष्ण तिवारी के निर्देश पर सचिव शिल्पा मुर्मू के मार्गदर्शन में पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा, हिरणपुर, और पाकुड़िया प्रखंड में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था बच्चों के अधिकारों की संरक्षण के मामले में सामाजिक जागरूकता फैलाना और जनसंवाद को बढ़ावा देना। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के विभिन्न प्रखंडों में विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामीणों को जागरूक किया गया और उन्हें बच्चों के अधिकारों के महत्व के बारे में शिक्षा दी गई।
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महिला सशक्तिकरण का महत्व
लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सोनाधानी पंचायत में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया और वहां पर चंदन रविदास ने महिला सशक्तिकरण के महत्व को बताया। महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें उनकी सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए कैसे लड़ना चाहिए, यह सिखाया गया। महिलाओं को उनकी सशक्ति करने और अपने अधिकारों की संरक्षण के लिए कौशल विकसित करने का मौका मिला।
इस कार्यक्रम में बच्चों के अधिकारों की संरक्षण के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई, और उन्हें समाज में बच्चों के सामाजिक सुरक्षा के महत्व के बारे में शिक्षा दी गई। इसके साथ ही, बाल विवाह, बाल श्रम, बाल मजदूरी और अन्य सबसे अधिक प्रचलित सामाजिक अनैतिकता के खिलाफ भी एक महत्वपूर्ण संदेश दिया गया।
मुफ्त कानूनी जानकारी का प्रसारण
हिरणपुर प्रखंड के डंगापाड़ा पंचायत में, पीएलवी विजय राजवंशी ने मुफ्त कानूनी जानकारी का प्रसार किया। वह ग्रामीणों को उनके कानूनी अधिकारों के विषय में शिक्षा देने के लिए कार्य किया और उन्हें उनके अधिकारों की संरक्षण के तरीकों के बारे में समझाया।
पाकुड़ के पाकुड़िया प्रखंड के मोंगलबांध पंचायत में, पीएलवी सीमा साहा ने नालसा के योजनाओं के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने समाज में चल रही कुप्रथाओं के खिलाफ भी सशक्त रूप से आवाज उठाने के लिए लोगो को जागरूक किया, जैसे कि बाल तस्करी, बाल विवाह, बाल मजदूरी, और बाल शोषण।
बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता का बढ़ावा
अमड़पड़ा के डूमरचीर में, पीएलवी हरेंद्र मालतो ने बच्चों के अधिकारों की संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाई। वह जागरूक पर्चियों को बांटते हुए बाल विवाह को रोकने के लिए ग्रामीणों से शपथ दिलाई, और उन्हें बच्चों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाने की दिशा में मार्गदर्शन किया।
यह कार्यक्रम पाकुड़ जिले में बच्चों के अधिकारों की संरक्षण के मामले में एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसके माध्यम से ग्रामीण समुदायों में बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाई गई है। इस प्रयास से बच्चों को उनके सुरक्षित और स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक आवस्यकताओं की ओर एक कदम आगे बढ़ा जा रहा है।
समाज में बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता की बढ़ती हुई मांग
इस कार्यक्रम के परिणामस्वरूप, पाकुड़ जिले के समुदायों में बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता में वृद्धि दर्ज की गई है। बच्चों के अधिकारों की संरक्षण के मामले में समाज के सदस्यों के बीच में एक सशक्त आवाज उठ रही है, और उन्होंने बच्चों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण की ओर पहल करने का निश्चय किया है।