पाकुड़ अनुमंडल प्रशासन हुआ सक्रिय
अनुमंडल पदाधिकारी, पाकुड़ साइमन मरांडी के नेतृत्व में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अमरेंद्र चौधरी एवं नगर परिषद की स्वच्छता टीम के साथ मिलकर नगर क्षेत्र में संचालित विभिन्न आर.ओ. (RO) प्लांटों का गहन निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
जिन प्लांटों से होती है जार वाटर की सप्लाई, वे बने जांच का विषय
निरीक्षण का उद्देश्य उन प्लांटों की स्थिति का मूल्यांकन करना था, जो शहर के विभिन्न इलाकों में जार वाटर की आपूर्ति करते हैं। घर-घर पीने का पानी पहुंचाने वाले इन आर.ओ. प्लांटों की गुणवत्ता, साफ-सफाई, और कानूनी दस्तावेजों की सत्यता की जांच की गई, ताकि आम नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल मिल सके।
जांच के अहम बिंदु: पानी की शुद्धता से लेकर पुनः उपयोग तक
निरीक्षण के दौरान प्रशासन की टीम ने निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया:
- जल स्रोत की गुणवत्ता
- प्लांट से जुड़े कागजात और वैधता
- जल की शुद्धता और फिल्ट्रेशन प्रक्रिया
- जार की साफ-सफाई और हैंडलिंग
- प्लांट परिसर की स्वच्छता
- फिल्ट्रेशन के बाद बचे हुए पानी के पुनः उपयोग (Reuse) की व्यवस्था
इन सभी बिंदुओं की विस्तृत समीक्षा की गई ताकि पेयजल की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।
जहां मिली खामियां, दिए गए सख्त निर्देश
निरीक्षण के दौरान कुछ स्थानों पर साफ-सफाई, कागजात की स्थिति और पुनः उपयोग की व्यवस्था में कमियां पाई गईं। ऐसी स्थिति में प्रशासन ने संबंधित संचालकों को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्हें यह भी बताया गया कि यदि निर्देशों का अनुपालन नहीं होता, तो कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
इन प्रमुख आर.ओ. प्लांटों का हुआ निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान नगर क्षेत्र के प्रमुख आर.ओ. प्लांटों को शामिल किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- बागानपाड़ा स्थित प्योर वॉटर प्लांट
- शीतल जल प्लांट
- आदर्श नगर में संचालित निर्मल जल प्लांट
इन प्लांटों पर विशेष ध्यान दिया गया और उनकी संपूर्ण प्रक्रिया का तकनीकी रूप से मूल्यांकन किया गया।
प्रशासनिक पहल से जनता में जागरूकता की उम्मीद
इस निरीक्षण अभियान से आम नागरिकों को यह संदेश गया है कि प्रशासन जन स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह संवेदनशील और सतर्क है। आने वाले दिनों में भी अन्य प्लांटों की नियमित जांच की जाएगी और शुद्ध पेयजल की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।
यह निरीक्षण न केवल प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि नगर वासियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की नीति का स्पष्ट संकेत भी देता है।