पाकुड़। गुरुवार को गोपनीय कक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक ने स्वीप कोषांग के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के तहत जिले में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार करना था। उन्होंने कहा कि इस बार जिले का मतदान प्रतिशत 85 प्रतिशत पार ले जाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता आवश्यक होगी। इसके लिए मतदाताओं को जागरूक करने और मतदान दिवस पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया गया।
वोट कार्निवल की तैयारी पर जोर
बैठक में आगामी 16 नवंबर को आयोजित होने वाले वोट कार्निवल के सफल आयोजन और थीम बूथ की तैयारियों को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने अधिकारियों को वोट कार्निवल के आयोजन में कोई कमी न रहने देने के निर्देश दिए। वोट कार्निवल के तहत कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है, जिनमें मतदाता शपथ ग्रहण समारोह, डांस, स्केटिंग, बॉक्सिंग, जूडो, कराटे, योगा कार्यक्रम, रक्तदान, खेल-कूद प्रतियोगिताएं शामिल होंगी। इन सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को मतदान के प्रति उत्साहित करना है, ताकि वे लोकतंत्र की इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
मतदान के महत्व पर जोर
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि लोगों को मतदान के महत्व को समझाने के लिए कई स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने मतदाता जागरूकता को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने के लिए अभियान में सामुदायिक स्तर पर भी जोर देने की बात कही। इसके लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे ताकि मतदान के दिन लोग उत्साहपूर्वक मतदान करने पहुंचें और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें।
अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का, विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभुवन कुमार सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार, और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी बसंती ग्लाडियस बाड़ा सहित अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा निर्देशित योजनाओं का समर्थन किया और उन्हें सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने का आश्वासन दिया।
इस बैठक के माध्यम से विधानसभा आम चुनाव 2024 में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विस्तृत योजना बनाई गई है। वोट कार्निवल और थीम बूथ जैसी गतिविधियाँ लोगों को मतदान के प्रति आकर्षित करने का एक सशक्त माध्यम हैं। जिला प्रशासन का यह प्रयास लोगों में मतदान की अहमियत को बढ़ावा देगा और जिले के मतदान प्रतिशत को 85 प्रतिशत से ऊपर ले जाने के लक्ष्य को हासिल करने में सहायक सिद्ध होगा।