पाकुड़। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में पाकुड़ न्यायालय परिसर स्थित बार एसोसिएशन भवन में वकीलों द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के सदस्यों ने वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण कुमार त्रिवेदी और रंजन कुमार बोस को सम्मानित किया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और उनके शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए महान योगदान को याद करते हुए की गई।
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण कुमार त्रिवेदी ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा, “डॉ. राधाकृष्णन एक महान शिक्षक और दार्शनिक थे। उन्होंने शिक्षा के महत्व को समाज के हर कोने तक पहुंचाया और हमें यह सिखाया कि ज्ञान का कोई विकल्प नहीं हो सकता। शिक्षा ही एक ऐसा साधन है, जो व्यक्ति को अज्ञानता के अंधकार से निकालकर जीवन में सही दिशा दिखाता है।” अरुण कुमार त्रिवेदी ने शिक्षा की महत्ता पर जोर देते हुए बताया कि शिक्षक समाज के स्तंभ होते हैं, जिनका सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करना हमारा कर्तव्य है।
वहीं, वरिष्ठ अधिवक्ता रंजन कुमार बोस ने भी इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “शिक्षक दिवस हमें हमारे गुरुओं और शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर प्रदान करता है। जीवन में हमें जिनसे भी कुछ सीखने को मिलता है, वे हमारे शिक्षक होते हैं। हमें उनके प्रति आदर और सम्मान की भावना रखनी चाहिए।”
रंजन कुमार बोस ने यह भी कहा कि एक अच्छा शिक्षक अपने विद्यार्थियों के जीवन में एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाता है, जो न केवल उन्हें विषयों का ज्ञान देता है, बल्कि जीवन के हर पहलू में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देता है। उन्होंने उपस्थित वकीलों से यह आग्रह किया कि वे अपने जीवन में शिक्षा और ज्ञान का महत्व समझें और अपने शिक्षकों के आदर्शों का पालन करें।
वरिष्ठ अधिवक्ताओं का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान बार एसोसिएशन के सदस्यों ने अरुण कुमार त्रिवेदी और रंजन कुमार बोस को पुष्पमाला पहनाकर और एक विशेष कलम उपहार देकर सम्मानित किया। यह सम्मान बार एसोसिएशन की ओर से उनके योगदान और सेवाओं के प्रति कृतज्ञता स्वरूप प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी वकीलों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और शिक्षक दिवस की बधाई दी।
उपस्थित गणमान्य
इस मौके पर बार एसोसिएशन के कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे, जिनमें वरिष्ठ अधिवक्ता कौसर अंसारी, धर्मेंद्र सिंह, राजीव यादव, अजय यादव, बैजनाथ, मर्सी जॉयस लकड़ा, राहुल व्यास, अब्बास अली, राहुल सरकार, आनंद यादव, और स्वराज सिंह मुख्य रूप से शामिल थे। सभी ने मिलकर शिक्षक दिवस के महत्व पर चर्चा की और इस आयोजन को सफल बनाया।
शिक्षक दिवस का संदेश
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा और शिक्षकों के महत्व को उजागर करना था। अधिवक्ताओं ने यह महसूस किया कि जीवन में शिक्षक हर उस व्यक्ति के रूप में मौजूद होते हैं, जो हमें सही राह दिखाते हैं और हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
शिक्षक दिवस मनाने का यह आयोजन न केवल शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर था, बल्कि यह भी याद दिलाता है कि शिक्षा ही एक ऐसी शक्ति है, जो हमें समाज में सही दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करती है।