प्रोजेक्ट डेमोंस्ट्रेशन का आयोजन
पाकुड़ पॉलिटेक्निक परिसर में बुधवार को प्रोजेक्ट डेमोंस्ट्रेशन बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर पाकुड़ के उपायुक्त मनीष कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों की नवाचारी सोच, तकनीकी कौशल और व्यावहारिक अनुभव को समाज के सामने प्रस्तुत करना था।
विद्यार्थियों ने दिखाया तकनीकी कौशल
संस्थान के विभिन्न विभागों के छात्रों ने अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में नवाचारी और व्यावहारिक मॉडल तैयार किए। इन मॉडलों में तकनीकी समाधान, सामाजिक उपयोगिता और रचनात्मकता का सुंदर संगम देखने को मिला। उपायुक्त ने सभी प्रोजेक्ट्स का बारीकी से निरीक्षण किया और विद्यार्थियों की मेहनत, समर्पण और तकनीकी दक्षता की सराहना की।
उपायुक्त का प्रेरणादायी संबोधन
अपने संबोधन में उपायुक्त ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि तकनीकी शिक्षा केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि यह समस्याओं के समाधान और राष्ट्र-निर्माण का प्रभावी माध्यम है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे अपने नवाचारों को समाज और उद्योग की आवश्यकताओं से जोड़ें, ताकि तकनीक का लाभ सीधे लोगों तक पहुँचे।
प्राचार्या का उद्बोधन
पाकुड़ पॉलिटेक्निक की प्राचार्या ने अपने उद्बोधन में संस्थान के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्थान का उद्देश्य छात्रों में नवाचार, कौशल विकास और व्यावहारिक दक्षता को प्रोत्साहित करना है। प्राचार्या ने शिक्षकों द्वारा किए जा रहे मार्गदर्शन की सराहना की और विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया।
निखिल चंद्र का मार्गदर्शन
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के प्रशासनिक पदाधिकारी निखिल चंद्र ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव के बीच संतुलन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने छात्रों से ऐसे प्रोजेक्ट डेमोंस्ट्रेशन में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया, क्योंकि ये मंच छात्रों में आत्मविश्वास, प्रस्तुति कौशल और तकनीकी दक्षता विकसित करने में सहायक होते हैं।
निदेशक का ऑनलाइन संदेश
संस्थान के निदेशक अमिय रंजन बडजेना भी इस अवसर पर ऑनलाइन माध्यम से जुड़े और छात्रों व शिक्षकों को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अनुसंधान, नवाचार और उद्योग से सहयोग की दिशा में और अधिक कार्य करना चाहिए। निदेशक ने विद्यार्थियों को तकनीकी क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने का आशीर्वाद दिया।
विश्वकर्मा पूजा का आयोजन
उसी दिन परिसर में विश्वकर्मा पूजा भी पूरे श्रद्धा और पारंपरिक उत्साह के साथ संपन्न हुई। शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने मिलकर भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना की और तकनीकी प्रगति, सफलता एवं समृद्धि की कामना की। पूजा के बाद प्रसाद वितरण किया गया, जिसमें सभी ने सामूहिक रूप से भाग लिया।
तकनीकी और सांस्कृतिक आस्था का संगम
कार्यक्रम में प्राचार्या, सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। यह दिन तकनीकी सृजनशीलता और सांस्कृतिक आस्था का एक अद्भुत संगम सिद्ध हुआ। प्रोजेक्ट डेमोंस्ट्रेशन और विश्वकर्मा पूजा, दोनों आयोजनों ने छात्रों में नवाचार और परंपरा के बीच एक गहरा जुड़ाव स्थापित किया।
यह अवसर विद्यार्थियों के लिए न केवल तकनीकी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मंच बना, बल्कि सांस्कृतिक आस्था और सामूहिक एकता का भी प्रतीक साबित हुआ।