पाकुड़। झारखंड विकास परिषद आमडापाड़ा द्वारा क्रिया के सहयोग से जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ चलाए जा रहे 16 दिवसीय अभियान के तहत 8 दिसंबर 2024 को पाडेरकोला खेल मैदान में किशोरियों का एक दिवसीय फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित किया गया। इस टूर्नामेंट का उद्देश्य जेंडर हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना और समाज में लड़के-लड़कियों को समान अधिकार दिलाने की दिशा में कदम बढ़ाना था।
समानता का संदेश: टूर्नामेंट का उद्देश्य

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य किशोर-किशोरियों के बीच समानता का अधिकार स्थापित करना और असमानता को समाप्त करना था। आयोजनकर्ताओं ने समाज में मौजूद जेंडर आधारित हिंसा, बाल विवाह, बाल तस्करी और डायन प्रथा जैसे मुद्दों पर रोक लगाने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके जरिए हिंसा मुक्त समाज बनाने का संकल्प व्यक्त किया गया।
फुटबॉल टूर्नामेंट का उद्घाटन
टूर्नामेंट का उद्घाटन पाडेरकोला पंचायत की मुखिया सुष्मिता मुर्मू, प्राथमिक विद्यालय कमरडीहा के प्रधानाध्यापक राजेश मुर्मू, जबजीतपुर की शिक्षिका लिलयाना हैम्ब्रम, संस्था सचिव सुवासिनी सोरेन, समन्वयक जसींता मिंज, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने फुटबॉल उछालकर किया। उद्घाटन के दौरान समाजसेवा और जेंडर आधारित समानता के महत्व पर जोर दिया गया।
सामाजिक बदलाव का संदेश
संस्था की सचिव सुवासिनी सोरेन ने कहा कि इस फुटबॉल टूर्नामेंट का मुख्य उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं के साथ हो रही हिंसा को समाप्त करना है। उन्होंने बाल विवाह, बाल तस्करी और डायन प्रथा जैसे कुप्रथाओं को समाज से मिटाने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने एक ऐसे समाज की परिकल्पना की जहां महिलाओं को सम्मान और समानता मिले।
समान अवसर देने का आह्वान
मुखिया सुष्मिता मुर्मू ने बेटियों को समान अवसर देने की बात करते हुए कहा, “आज बेटियां हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा रही हैं। हमें लड़का और लड़की के बीच किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए।” वहीं, प्रधानाध्यापक राजेश मुर्मू ने कहा कि जब तक समाज में लड़कियों को शिक्षा से नहीं जोड़ा जाएगा और वे अपने अधिकारों को नहीं पहचानेंगी, तब तक समाज में लड़कियों के साथ भेदभाव जारी रहेगा। यह हमारी जिम्मेदारी है कि इसे रोकें।
टूर्नामेंट में टीमों का शानदार प्रदर्शन
इस टूर्नामेंट में कुल आठ टीमों ने भाग लिया।
पहला राउंड
- मेरी गोल्ड किशोरी समूह पाडेरकोला
- चंपाफुल किशोरी समूह केरमा
- सूरजमुखी किशोरी समूह जितको
- सूरजमुखी किशोरी समूह जराकी
- कमलफूल किशोरी समूह कालाझोर
- कोयल किशोरी समूह कमरडीहा
- लिलिफूल किशोरी समूह सालपतरा
- एभेन किशोरी समूह जबजीतपुर
पहले राउंड में लिलिफूल किशोरी समूह सालपतरा ने 4-3 से जीत हासिल की।
दूसरा राउंड
दूसरे राउंड में सूरजमुखी किशोरी समूह जराकी और लिलिफूल किशोरी समूह सालपतरा ने दमदार प्रदर्शन किया। इस राउंड में टीम जराकी ने 3-1 से जीत दर्ज की।
फाइनल मुकाबला
फाइनल मुकाबला सूरजमुखी किशोरी समूह जितको और लिलिफूल किशोरी समूह सालपतरा के बीच हुआ। इस मुकाबले में सूरजमुखी किशोरी समूह जितको ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2-0 से जीत दर्ज की और टूर्नामेंट की विजेता बनी।
विजेता टीम का सम्मान
विजेता टीम को शील्ड कप, फुटबॉल और जर्सी देकर सम्मानित किया गया। आयोजकों ने विजेता टीम को शुभकामनाएं दीं और अन्य प्रतिभागियों को भी प्रोत्साहित किया।
यह आयोजन समानता और हिंसा मुक्त समाज की दिशा में एक अहम कदम था। किशोरियों के लिए ऐसे आयोजनों का न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक करता है। यह टूर्नामेंट समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत है और समानता की दिशा में सकारात्मक प्रयासों की मिसाल पेश करता है।