Saturday, May 24, 2025
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आदिवासी अधिकारों की हुंकार: झामुमो की प्रखंड स्तरीय बैठक सम्पन्न, सरना धर्म कोड की मांग को लेकर बना आंदोलन का खाका

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प्रखंड कार्यालय में झामुमो की अहम बैठक का आयोजन

पाकुड़:
पाकुड़ प्रखंड के धनुष पूजा स्थित प्रखंड कार्यालय में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की प्रखंड समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष मुस्लेउद्दीन शेख ने की। बैठक में संगठन के सभी प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी 27 मई को होने वाले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की रणनीति तैयार करना और उसे सफल बनाने की रूपरेखा तय करना था।


सरना धर्म कोड लागू किए बिना जातिगत जनगणना पर कड़ा विरोध

बैठक को संबोधित करते हुए प्रखंड अध्यक्ष मुस्लेउद्दीन शेख ने केंद्र सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बिना सरना धर्म कोड अथवा आदिवासी धर्म कोड को मान्यता दिए जातिगत जनगणना कराने का जो निर्णय लिया है, वह आदिवासी समुदाय के खिलाफ साजिश है। यह नीति सरकार की आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। झामुमो हमेशा से आदिवासियों के हक, सम्मान और अधिकारों की लड़ाई लड़ती रही है और आगे भी डटी रहेगी।


27 मई को जिला मुख्यालय में होगा जोरदार प्रदर्शन

झामुमो प्रखंड समिति ने बैठक में यह तय किया कि यदि केंद्र सरकार द्वारा सरना धर्म कोड की मांग को अनदेखा किया गया, तो पार्टी राज्यभर में जातिगत जनगणना का विरोध करेगी। इसी क्रम में 27 मई, मंगलवार को गोकुलपुर स्थित जिला मुख्यालय में एक भारी विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इस विरोध में प्रखंड से हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं और आम जनता के शामिल होने की उम्मीद है। झामुमो के नेता इस दिन केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ खुलकर आवाज बुलंद करेंगे।


बैठक में जुटे झामुमो के प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता

बैठक में प्रखंड सचिव राजेश सरकार, उपाध्यक्ष अजफरूल शेख, रामसिंग टूडू, इस्माइल रहमान, कोषाध्यक्ष पतरस मरांडी, नजरुल इस्लाम, बसीर शेख, सत्तार शेख, उत्पल तिवारी, दयानंद भगत, मोसरफ हुसैन, रेजाउल शेख, महबूब आलम, लालचंद शेख, बक्कर शेख, लखन हेम्ब्रम, इमाम हुसैन, मुबारक हुसैन, फुरकान शेख, सोफिकुल शेख, जोरसिड शेख, मोकलेसुर रहमान, खैरुल रहमान, अब्दुल मलेक, चंदन, अलफाज, साफु शेख, आलमगीर आलम, फेकरूल शेख, वासिर शेख, हैदर शेख, हुसैन, अकबर अंसारी, इबने मसूद, मेसकतुल शेख, अनिकुल आलम, रोजीबुल शेख, जमीरुल शेख, जाकिर हुसैन, अली शेख, अलिएकबर, सायेद अली, रंजीत कुमार मंडल, सेतरुल शेख, हजरत अली, अनिकुल अली, सलाम शेख, अलफाज शेख, सेतरुल शेख सहित अनेक कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे।


झामुमो का स्पष्ट संदेश: सरना धर्म कोड नहीं, तो जनगणना नहीं

बैठक के समापन पर झामुमो नेताओं ने एक स्वर में कहा कि यदि सरना धर्म कोड को तुरंत लागू नहीं किया गया, तो पार्टी इस मुद्दे को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने जनता से भी आह्वान किया कि वे इस संघर्ष में बढ़-चढ़कर भाग लें और अपने धर्म, पहचान और अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट हों।


झामुमो की यह बैठक न केवल संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि आने वाले समय में आदिवासी पहचान और अधिकारों को लेकर होने वाले आंदोलन की नींव भी साबित होगी। 27 मई को प्रस्तावित धरना प्रदर्शन आदिवासी समुदाय की आवाज को नई ऊंचाई देगा और सरकार को उनकी मांगों पर विचार करने के लिए मजबूर करेगा।

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