दस दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर में खिलाड़ियों ने जमकर बहाया पसीना
पाकुड़। झारखंड वॉलीबॉल संघ एवं आर्ट ऑफ गिविंग के संयुक्त तत्वावधान में पाकुड़ रेलवे मैदान में आयोजित दस दिवसीय ग्रीष्मकालीन वॉलीबॉल कोचिंग कैंप का समापन समारोह देर शाम संपन्न हुआ। इस आयोजन ने खेल प्रेमियों और युवाओं में जोश और अनुशासन का नया संचार किया। कोचिंग कैंप में खिलाड़ियों ने गर्मी की परवाह किए बिना प्रतिदिन शाम को दो घंटे तक लगातार कड़ा अभ्यास किया।
समापन समारोह में सम्मानित हुए अतिथि, खिलाड़ियों को मिली प्रेरणा
समापन कार्यक्रम में सेवानिवृत्त रेल पदाधिकारी बी. पी. शर्मा, पूर्व रेलवे पाकुड़ के कनिष्ठ दूरभाष अभियंता एवं खेल मार्गदर्शक संजय कुमार ओझा, अमर कुमार मल्होत्रा, जिला वॉलीबॉल संघ के सचिव हिसाबी राय, सह सचिव अनिकेत गोस्वामी, पिंटू हजरा, और प्रशिक्षक उजय राय सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान जिला वॉलीबॉल संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा सभी अतिथियों को अंगवस्त्र प्रदान कर व माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया, जिससे समापन समारोह और भी गरिमामय बन गया।
व्यावसायिक प्रशिक्षण से खिलाड़ी हुए दक्ष, उजय राय का रहा विशेष मार्गदर्शन
शिविर के दौरान प्रशिक्षक उजय राय ने खिलाड़ियों को वॉलीबॉल के आधुनिक नियमों, खेल रणनीति, और तकनीकी पहलुओं से परिचित कराया। शिविर में स्पीड ट्रेनिंग, एंड्यूरेंस ट्रेनिंग, हर्डल्स जंप ट्रेनिंग एवं विशेष वॉलीबॉल एक्सरसाइज के माध्यम से खिलाड़ियों की फिटनेस और खेल कौशल को निखारा गया। दस दिनों तक लगातार चलने वाला यह प्रशिक्षण युवाओं के लिए एक उत्कृष्ट अवसर साबित हुआ।
प्रशिक्षणार्थियों को दी गई प्रेरणादायक सीख
समापन अवसर पर बी. पी. शर्मा ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि, “जो कुछ भी आपने इस शिविर में सीखा है, उसे निरंतर प्रैक्टिस के माध्यम से और बेहतर बनाएं। अगर आप अभ्यास नहीं छोड़ते हैं, तो निश्चित रूप से एक दिन आप अपने जिले, राज्य और देश का नाम रोशन करेंगे।” उन्होंने खिलाड़ियों को खेल के साथ-साथ अनुशासन और टीम भावना का महत्व भी समझाया।
शिविर में बड़ी संख्या में युवा खिलाड़ियों की सक्रिय भागीदारी
इस प्रशिक्षण शिविर में पाकुड़ जिले के विभिन्न हिस्सों से आए युवा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। शामिल प्रमुख खिलाड़ियों में शिवम पंडित, आर्यन श्रीवास्तव, सोहन भगत, रोशन भगत, कन्हैया कुमार भगत, कपिल रजक, आर्यन कुमार, युवराय उपाध्याय, केतन भगत, कृष्णा कुमार, जीत सरदार, कबीर सरदार, रोशन सरदार, अमन कुमार, कृष्णा भगत, सोमू भास्कर, सूरज पंडित, चंद्रो कुमार, ऋषि गुप्ता, अजनी कुमार मिश्रा समेत अनेक नाम शामिल रहे। सभी खिलाड़ियों ने अनुशासित ढंग से प्रशिक्षण में भाग लिया और बेहतर खेल प्रदर्शन का संकल्प लिया।
निष्कर्ष: युवाओं में खेल के प्रति बढ़ा उत्साह, भविष्य में ऐसे आयोजनों की जरूरत
पाकुड़ में आयोजित यह समर वॉलीबॉल शिविर न केवल युवाओं के खेल कौशल को निखारने का माध्यम बना, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट हुआ कि जिले में खेल प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। आवश्यकता है तो केवल उन्हें सही मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और मंच देने की। ऐसे आयोजन भविष्य में और अधिक व्यापक स्तर पर किए जाएं, तो यह जिले को राष्ट्रीय स्तर पर खेल मानचित्र पर सशक्त रूप से स्थापित कर सकते हैं।