छह वर्षों से होलिका दहन का आयोजन कर रही सत्य सनातन संस्था
पाकुड़ में सत्य सनातन संस्था द्वारा होलिका दहन समारोह का आयोजन किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष रंजित कुमार चौबे ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि सत्य सनातन संस्था पिछले छह वर्षों से यह धार्मिक आयोजन कर रही है। इस वर्ष भी यह कार्यक्रम 13 मार्च 2025 को नगर के रथ मेला मैदान में आयोजित किया जाएगा।
होलिका दहन से पहले होगा होली मिलन समारोह
संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि इस आयोजन की शुरुआत शाम 4 बजे से होली मिलन समारोह के साथ होगी। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और गाना-बजाना भी आयोजित किया जाएगा, जिससे कार्यक्रम में उमंग और उल्लास का संचार होगा। यह आयोजन समाज के सभी वर्गों को एक साथ जोड़ने और सद्भावना का संदेश देने के लिए किया जा रहा है।
वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ होगा भव्य होलिका दहन
रंजित चौबे ने जानकारी दी कि शाम 6 बजे से भव्य रूप से होलिका दहन का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान वैदिक पूजा-पद्धति और मंत्रोच्चारण के साथ होलिका दहन की प्रक्रिया संपन्न होगी। सनातन धर्म के अनुसार, होलिका दहन का विशेष धार्मिक महत्व है और इसे करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
धार्मिक महत्व और पुण्य लाभ का मिलेगा अवसर
रंजित चौबे ने कहा कि यह एक धार्मिक कार्यक्रम है और सनातन धर्म में इसकी विशेष मान्यता है। उन्होंने आग्रह किया कि अधिक से अधिक सनातनी इस कार्यक्रम में भाग लें और इसका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि होलिका दहन में शामिल होकर लोग पुण्य के भागी बन सकते हैं।
सनातन धर्म के अनुयायियों से शामिल होने की अपील
संस्था ने सनातन धर्म के अनुयायियों से अनुरोध किया है कि वे इस आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं और इस पवित्र अवसर का लाभ उठाएं। आयोजन स्थल पर भव्य तैयारियां की जा रही हैं, ताकि उपस्थित श्रद्धालु संपूर्ण विधि-विधान के साथ पूजा कर सकें और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कर सकें।
होलिका दहन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है। ऐसे आयोजनों से समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित किया जाता है और भावी पीढ़ी को सनातन धर्म के महत्व से परिचित कराया जाता है।