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नीरज कुमार/बेगूसराय: पारंपरिक खेती में अधिक मुनाफा नहीं होने के कारण किसान अब नगदी फसल की खेती करने लगे हैं. ऐसे किसानों की पहचान अब प्रगतिशील किसान के तौर पर होने लगी है. बेगूसराय के नावकोठी के रहने वाले प्रगतिशील किसान राजेश कुमार ने भी सब्जी की खेती कर रहे हैं और इससे अच्छी भी कर रहे हैं. वहीं रंजीत की पहचान जिले में अग्रणी सब्जी उत्पाद किसान में होने लगी है. हालांकि खेती करने से पहले रंजीत की पहचान ग्रामीण चिकित्सक के रूप में थी. लेकिन कृषि मेला में जाने के बाद सब्जी की खेती की ओर रूख कर लिया. वहीं उनकी कमाई की बात की जाए तो सालाना 5 लाख से ज्यादा की हो जाती है. वहीं रंजीत के उपजाए सब्जी को बाजार में 30 से लेकर 80 रूपए तक कीमत मिल जाती है.
बेगूसराय जिला मुख्यालय से तकरीबन 42 किलोमीटर दूर बखरी अनुमंडल अंतर्गत नावकोठी स्थित गांधीनगर के रहने वाले ग्रामीण चिकित्सक रंजीत कुमार 2021 में जिला स्तर पर लगे कृषि मेला में घूमने के लिए गए थे. इस दौरान किसानों से बातचीत में सब्जी की खेती का आईडिया प्राप्त किया. इसके बाद गांव आकर सब्जी की खेती शुरू की. रंजीत ने बताया कि गोभी के 1522 वैरायटी और और परवल के डंडारी किस्म की खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सालोभर सब्जी का उत्पादन करते हैं. सब्जी की खेती में तीन से चार लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया गया है. खेत में काम करने वाले जितेंद्र कुमार ने बताया कि खेतों में काम कर काफी खुश हैं. अब राजेश कुमार की पहचान ग्रामीण चिकित्सक के रुप में कम प्रगतिशील किसान के रूप में ज्यादा हो रही है.
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FIRST PUBLISHED : August 03, 2023, 21:26 IST
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