Thursday, July 10, 2025
Homeपलामू की ये संस्था सावन के एक महीने कांवरियों को देती है...

पलामू की ये संस्था सावन के एक महीने कांवरियों को देती है नि:शुल्क सेवा

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

[ad_1]

शशिकांत ओझा/पलामू. सावन के पावन महीने में कांवरियों का तांता देवघर में लगा रहता है. ऐसे में पलामू की एक संस्था सावन में कांवरियों के लिए नि:शुल्क सेवा शिविर का आयोजन करती है. पलामू जिले के रहने वाले प्रमोद अग्रवाल और उनकी 250 लोगों की टीम 1 महीने तक झारखंड बॉर्डर पर कांवरिया पथ में कांवरियों को सेवा देती है. इस वर्ष 4 जुलाई से इस शिविर की शुरुआत हुई थी. वर्ष 1998 से यहां माता हीरामनी देवी नि:शुल्क कांवरिया शिविर द्वारा देवघर में कांवरियों को सेवा दिया जा रहा है. इस वर्ष भी 24 घंटे सेवा देने के लिए 250 लोगों का टीम शिविर में शामिल है.

संस्था के कर्ताधर्ता प्रमोद अग्रवाल ने लोकल 18 को बताया कि इस वर्ष झारखंड बॉर्डर दुमा कांवरिया पथ में 20,000 स्क्वायर फीट में पंडाल लगाया गया है. जिसमें कांवरियों के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध है. सुबह 4 बजे से डाक बम की सेवा जिसमे गर्म पानी, चाय नींबू, बिस्किट, फल, नारियल अन्य आवश्यक सामग्री सुबह 7 बजे तक विशेष सेवा दी जाती है. जिसके बाद सामान्य लोगों के लिए चाय, बिस्किट, फल, 12 बजे तक दिया जाता है. वहीं 12 बजे से भव्य लंगर का आयोजन की जाता है. जिसमे पूड़ी, सब्जी, हलवा, भुंजिया, आंचर और फल का वितरण दोपहर 3 बजे तक किया जाता है. जिसके बाद शाम 6 बजे महाआरती का आयोजन होता है. आरती के पश्चात महाभंडारा का कार्यक्रम शुरू होता है. पूड़ी बुंदिया सब्जी, हलवा ,फल रात के 10 बजे तक. इसके साथ 24 घंटे एंबुलेंस की व्यवस्था, मेडिकल सुविधा प्राथमिक उपचार, इसके साथ स्थानीय कलाकार उमाशंकर मिश्र द्वारा भजन कीर्तन कार्यक्रम जारी रहता है. इस दौरान सुबह से शाम तक 5000 से 10,000 कांवरियों को निशुल्क सेवा दिया जाता है.

24 घंटे मिलता है मेडिकल सेवा
प्रमोद अग्रवाल ने बताया कि हर साल सावन के 1 महीने तक कांवरियों को सेवा दिया जाता है. इस साल सावन 2 महीने का है और 23 जुलाई से कांवरियों की वैसी भीड़ नहीं हो रही. सुबह से शाम मिलाकर 200 से 250 कांवरिया ही सेवा शिविर में आ रहे है. इस कारण शिविर को अब बंद किया जा रहा है. 5 वाहन से घूम-घूम कर कांवरियों को सेवा दिया जायेगा. कांवरिया पथ पर एक स्थान पर कैंप नहीं किया जाएगा. ये वाहन रुक-रुक कर कांवरियों को बिस्कुट, चाय, नाश्ता, फल देंगे. इसके बाद अंतिम सोमवारी 28 अगस्त को रायगढ़ में भव्य भंडारा के साथ सेवा का आयोजन किया जाएगा.

Tags: Jharkhand news, Local18, Palamu news

[ad_2]

Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments