पाकुड़। जिले भर में रविवार से तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान का शुभारंभ पुराने सदर अस्पताल परिसर में किया गया। उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, सिविल सर्जन डॉ. मंटू कुमार टेकरीवाल और जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार झा ने बच्चों को पोलियो रोधी खुराक पिलाकर इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 0-5 वर्ष के सभी बच्चों को पोलियो मुक्त बनाना है।
1.89 लाख बच्चों को खुराक देने का लक्ष्य
अभियान के दौरान जिले में 1 लाख 89 हजार 59 बच्चों को पोलियो रोधी खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि बच्चों को खुराक पिलाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता से अपील की कि ईमानदारी और समर्पण के साथ इस अभियान में योगदान दें।
अभियान के लिए व्यापक व्यवस्था
पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में 1104 बूथ बनाए गए हैं। इन बूथों पर 2208 वैक्सीनेटर और 268 सुपरवाइजर को तैनात किया गया है। अभियान के पहले दिन इन बूथों पर 0-5 वर्ष के बच्चों को पोलियो रोधी खुराक पिलाई गई। अगले दो दिनों तक स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बच्चों को खुराक पिलाएंगे।
लक्ष्य प्राप्ति का संकल्प
उप विकास आयुक्त ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य हर बच्चे तक पोलियो रोधी खुराक पहुंचाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जिले में कोई भी बच्चा इस खुराक से वंचित नहीं रहना चाहिए। यह अभियान तभी सफल होगा जब लक्ष्य की प्राप्ति पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ की जाए।
आम जनता से सहयोग की अपील
उप विकास आयुक्त ने कहा कि यह अभियान आम जनता के सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे न केवल अपने बच्चों को बल्कि पड़ोस के बच्चों को भी पोलियो रोधी खुराक पिलाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वस्थ भविष्य के लिए पोलियो की खुराक देना बेहद जरूरी है।
पोलियो मुक्त भारत की ओर एक और कदम
पल्स पोलियो अभियान भारत को पोलियो मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान के माध्यम से जिले में सभी बच्चों को पोलियो रोधी खुराक देकर उन्हें इस गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने का प्रयास किया जा रहा है।
जिले में शुरू हुआ यह पल्स पोलियो अभियान स्वास्थ्य विभाग और आम जनता के संयुक्त प्रयास से सफल हो सकता है। पोलियो मुक्त भारत का सपना तभी साकार होगा, जब समाज का हर वर्ग इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेगा। सभी लोग जागरूक बनें और इस अभियान को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाएं।