पाकुड़। पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार, 10 सितंबर 2024 को पाकुड़ जिले में तीन जन शिकायत समाधान केंद्र – पाकुड़, लिटीपाड़ा, और महेशपुर में एक साथ प्रारंभ किए गए। इन केंद्रों का उद्देश्य पुलिस और जनता के बीच मधुर संबंध स्थापित करना और एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण करना है, जहां लोग निर्भीक होकर अपनी शिकायतें दर्ज कर सकें।
पाकुड़ में जन शिकायत समाधान केंद्र की शुरुआत
पाकुड़ के हारिनडांगा उच्च विद्यालय के प्रांगण में आयोजित जन शिकायत समाधान केंद्र में नगर, मुफस्सिल थाना और माल पहाड़ी ओपी के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों के लोग सुबह 11 बजे से आकर अपनी लिखित शिकायतें दर्ज कराने लगे। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने जानकारी दी कि इस जन शिकायत समाधान केंद्र का उद्देश्य लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान करना है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक संजीव कुमार, संथाल परगना क्षेत्र दुमका, भी इस मौके पर मौजूद थे। उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं और उन्हें यह भरोसा दिलाया कि सभी शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा। कुछ शिकायतों का ऑन-द-स्पॉट समाधान भी किया गया, जिससे लोगों में संतोष का माहौल बना।
महिलाओं की शिकायतों को भी मिला महत्व
इस जन शिकायत समाधान केंद्र में कई महिलाओं ने भी अपनी समस्याएं दर्ज कराईं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हम जनता के सेवक हैं और हमारी जिम्मेदारी है कि उनकी समस्याओं को पूरे सम्मान के साथ सुना जाए। सभी शिकायतों को लिखित रूप में लिया गया है, और उनका क्रमवार निवारण किया जाएगा।
महेशपुर में भी जन शिकायत केंद्र का आयोजन
पाकुड़ जिले के महेशपुर ब्लॉक के सीलमपुर फुटबॉल मैदान में भी एक जन शिकायत समाधान केंद्र आयोजित किया गया। इस केंद्र में अमरापारा, महेशपुर, पाकुड़िया और रद्दीपुर ओपी इलाकों के लोग पहुंचे और अपनी समस्याओं को दर्ज कराया।
यहां भी लोगों ने बिना किसी डर के अपनी शिकायतें दर्ज कीं। इस समाधान केंद्र में पुलिस अधिकारियों ने लोगों की शिकायतों को गंभीरता से सुना और उन्हें समाधान का भरोसा दिलाया।
लिटीपाड़ा में पंचायत भवन में जन शिकायत केंद्र
लिटीपाड़ा के पंचायत भवन में लिटीपाड़ा, हिरणपुर, सिमलोंग ओपी इलाकों के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यहां विशेषकर महिलाओं ने अपनी समस्याएं निडर होकर रखीं।
यह केंद्र लोगों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने का एक मंच प्रदान करता है, जहां वे बिना किसी डर के अपनी समस्याएं पुलिस के सामने रख सकते हैं।
पुलिस उपमहानिरीक्षक ने जनता को दिया भरोसा
पुलिस उपमहानिरीक्षक संजीव कुमार ने जन शिकायत समाधान केंद्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह शिविर पहली बार लगाया गया है, लेकिन अब यह हर महीने एक बार आयोजित किया जाएगा। इस शिविर का उद्देश्य लोगों की शिकायतों को सीधे सुनना और उनका समाधान करना है। अगर किसी को लगता है कि थाने में उनकी सुनवाई नहीं हुई या वे कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं, तो वे इस शिविर में अपनी समस्या रख सकते हैं।
उपमहानिरीक्षक ने कहा कि जो शिकायतें यहां दर्ज होंगी, उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और प्रत्येक शिकायतकर्ता को एक नंबर दिया जाएगा, ताकि वे अपनी शिकायत की स्थिति को जान सकें। इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिकायतकर्ता को हर कदम की जानकारी दी जाए और समस्या के समाधान तक उन्हें अपडेट रखा जाए।
पुलिस-जनता के बीच संबंध सुधारने का प्रयास
यह शिविर पुलिस और जनता के बीच मधुर संबंध स्थापित करने का एक प्रयास है, ताकि लोग अपनी समस्याओं को बिना किसी भय के पुलिस के सामने रख सकें। इस पहल से पुलिस के प्रति जनता का विश्वास बढ़ेगा और पुलिस भी जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।
पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि यह शिविर न केवल जनता की शिकायतें सुनने का मंच है, बल्कि इसका उद्देश्य पुलिस और जनता के बीच संवाद को बेहतर करना है। उन्होंने कहा कि पुलिस हमेशा जनता की सेवा में है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर रहती है। उन्होंने यह भी बताया कि जो शिकायतें इस शिविर में दर्ज की गई हैं, उन पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी और जो शिकायतें तुरंत हल नहीं हो सकतीं, उन्हें उचित प्रक्रिया के तहत हल किया जाएगा।
आने वाले दिनों में और भी शिविर
पुलिस उपमहानिरीक्षक संजीव कुमार ने यह भी घोषणा की कि आने वाले दिनों में इस प्रकार के और भी जन शिकायत समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में न केवल आम जनता की समस्याओं को सुना जाएगा, बल्कि उन समस्याओं का समयबद्ध और प्रभावी समाधान किया जाएगा।
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य जनता को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहां वे बिना किसी डर के अपनी शिकायतों को रख सकें और उन्हें विश्वास हो कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। यह पहल पुलिस और जनता के बीच विश्वास बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
जनता का उत्साह और सकारात्मक प्रतिक्रिया
शिविर में उपस्थित लोगों ने पुलिस द्वारा की गई इस पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के शिविर से जनता को अपनी समस्याओं को रखने का एक उपयुक्त मंच मिलता है, जिससे वे सीधे पुलिस से संपर्क कर सकते हैं।
कई लोगों ने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाएगा। इस शिविर ने लोगों को यह विश्वास दिलाया कि पुलिस वास्तव में जनता की सेवक है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर है।
शिविर का समापन और भविष्य की योजनाएँ
जन शिकायत समाधान केंद्र के समापन के दौरान, पुलिस उपमहानिरीक्षक ने कहा कि यह शिविर एक नई शुरुआत है और आने वाले महीनों में इसे और भी बेहतर बनाया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने जनता को भरोसा दिलाया कि उनकी शिकायतों का समय पर निवारण किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी प्रकार की समस्या को हल करने में कोई विलंब न हो।