पाकुड़। 25 नवंबर पाकुड़ की धरती पर आदरणीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आगमन हेतु करोड़ो खर्च कर राजनीतिक तामझाम दिखाने हेतु स्कूलों को बंद कराकर उन्ही स्कूलों के बसों द्वारा तथा साथ साथ इंजियो की भीड़ जमा कर पुनः आदिवासी, दलित, पिछड़ों को झूठे सपने दिखा कर वादों की बरसात की गई। साथ ही साथ जिन झारखंड आंदोलकारियों के संघर्ष के कारण झारखंड राज्य का गठन हुआ उनलोगों को पूरी तरह से नजर अंदाज किया गया। आजसू पार्टी भी झारखंड आंदोलन से सदैव जुड़ा रहा और संघर्ष किया। उक्त बाते आजसू जिलाध्यक्ष आलमगीर आलम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है।
आजसू जिलाध्यक्ष कहा कि लोकसभा एवं विधानसभा का चुनाव होने वाला है। जिस वजह से राज्य के मुख्यमंत्री आदरणीय हेमंत सोरेन प्रत्येक जिले में जा जाकर, “आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार” कार्यक्रम करवा रहे हैं और आम जनता को इस कार्यक्रम के माध्यम से बेवकूफ बना रहे हैं। क्योंकि उनकी मंशा है की वो पुनः सत्ता में काबिज हो सके। कई बार पूर्व में भी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की नौटंकी राज्य सरकार के द्वार की गई है। जिसमें गरीब, दलित, कमजोर वर्ग, अल्पसंख्यक, आदिवासी एवं पिछड़ों को कोई लाभ नहीं मिल पाया, फिर से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।
उन्होंने कहा की केंद्र के भेजे हुए विकास के पैसों को बिचौलियों के माध्यम से लूटपाट किया जा रहा है। एमएसडीपी का पैसा अल्पसंख्यक क्षेत्रों में खर्च होता है, लेकिन पाकुड़ जिला में अगर एमएसडीपी फंड खर्च हुआ है तो यहां का दोनों जनप्रतिनिधि जनता को बताने का कष्ट करें। राज्य सरकार विफल हो चुकी है। यहां के कमजोर, गरीब, दलित, मजदूर, अल्पसंख्यक, आदिवासी रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर रोजगार की तलाश कर रहे है।
आजसू जिला अध्यक्ष आलमगीर आलम ने कहा कि कार्यक्रम के तामझाम में जो राशी खर्च की गयी, उन पैसों से कितने ही बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकता था और इस खर्चा में गरीब लड़की की विवाह भी हो जाता।