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रांचीएक घंटा पहले
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आज से सरकारी स्कूलों का समय बदला
पूरे राज्य के सरकारी स्कूलों में आज से क्लासेस शुरू होने का समय बदल गया है। आज से सुबह नौ बजे से क्लासेस लगने शुरू हुए हैं। अब तक एक बजे तक स्कूलों में पढ़ाई होती थी। अब फुल डे क्लास चलेगा। आज से स्कूल सुबह नौ बले से दोपहर तीन बजे तक चलेंगे। स्कूली शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी हो चुका है। फिलहाल स्कूल सुबह सात बजे से एक बजे तक चलते थे। स्कूल का यह समय एक अप्रैल से 30 जून तक रहा। अब एक जुलाई से 30 मार्च तक स्कूल सुबह नौ बजे से तीन बजे तक चलेंगे।
उत्कृट विद्यालयों में आज से सत्र शुरू
सरकारी स्कूलों के समय में बदलाव के साथ ही आज से ही राज्य के 80 उत्कृष्ट स्कूलों में सत्र शुरू हो रहा है। इन स्कूलों में 30 जून तक एडमिशन लिया गया। इसके बाद से आज से सत्र शुरू हो रहा है। आज नए एडमिशन लिए हुए छात्रों का स्वागत किया जा रहा है। इसके लिए हर स्कूल को अपने स्तर पर फ्रेशर डे आयोजित करने को कहा गया है। इस फ्रेशर डे में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जिसे इन स्कूलों में पहले से पढ़ रहे बच्चे शिक्षकों के सहयोग से आयोजित करेंगे। इस स्वागत कार्यक्रम में न केवल बच्चे बल्कि एडमिशन लिए हुए बच्चों के अभिभावक भी शामिल होंगे। विभाग की ओर से उन्हें भी शामिल होने के लिए आमंत्रित करने को कहा गया है।
राजधानी रांची में हैं पांच स्कूल ऑफ एक्सिलेंस
स्कूल ऑफ एक्सिलेंस जो अब सीएम स्कूल ऑफ एक्सिलेंस कहे जा रहे हैं, इनकी संख्या पूरे राज्य में 80 है। राजधानी रांची में ऐसे स्कूलों की संख्या पांच है। इनमें से एक सबसे पुराना जिला स्कूल भी शामिल है। रांची में जो पांच स्कूल ऑफ एक्सिलेंस हैं, वे टीवीएस उच्च विद्यालय जगरनाथपुर, अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ जिला स्कूल, राजकीय बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय बरियातू, मॉडल स्कूल कांके और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय नामकुम हैं।
अग्रेजी में होगी पढ़ाई
राज्य के सभी सीएम स्कूल ऑफ एक्सिलेंस को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन से मान्यता दिलायी गयी है। इन सभी स्कूलों में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाएगी। इसके साथ राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा का अधिकार भी प्राप्त होगा। झारखंड में पहली बार सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के तर्ज पर विकसित किया गया है। इन स्कूलों में वहीं शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे जिन्होंने सरकारी सेवा में आने से पहले सीबीएसई या आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों में पढ़ाते थे।
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