पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में पीएलवी (पैरा लीगल वालंटियर्स) के लिए एक विशेष प्रशिक्षण सह ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़, शेष नाथ सिंह के निर्देशन में हुआ। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, अजय कुमार गुड़िया, कार्यक्रम के मुख्य संयोजक के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पीएलवी को उनके कार्यों की जानकारी देना, उनकी क्षमता का विकास करना और समाज के कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने में उनकी भूमिका को सशक्त करना था। सचिव अजय कुमार गुड़िया ने कहा कि दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में कानूनी जागरूकता फैलाने और जरूरतमंदों को निशुल्क कानूनी सहायता दिलाने के लिए पीएलवी का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पीएलवी को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपने कार्यक्षेत्र में काम करना चाहिए ताकि समाज में कानूनी सशक्तिकरण का प्रसार हो सके।
पीएलवी के कार्यों की समीक्षा
कार्यक्रम के दौरान सचिव अजय कुमार गुड़िया ने पीएलवी के कार्यों की समीक्षा की और उनके कार्यक्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने उपस्थित पीएलवी को उनके कार्यों में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंद लोगों को कानून की जानकारी प्रदान करना और उन्हें न्याय दिलाने में मदद करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने कई अहम दिशा-निर्देश भी दिए।
निशुल्क कानूनी सहायता की व्यवस्था पर चर्चा
सचिव ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ जरूरतमंदों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने पीएलवी से अपील की कि वे समाज के कमजोर वर्गों, जैसे महिलाओं, बच्चों, वृद्धों और दिव्यांग व्यक्तियों को निशुल्क कानूनी सहायता दिलाने में अपनी भूमिका निभाएं। साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि कानूनी सहायता तक पहुंचने में किसी भी व्यक्ति को कोई कठिनाई न हो।
लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम की भागीदारी
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के प्रमुख सुबोध कुमार दफादार और डिप्टी चीफ मो. नुकुमुद्दिन शेख भी उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने पीएलवी को कानूनी सहायता प्रणाली के कार्य और उसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए पीएलवी को कानून के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।
दूरदराज के क्षेत्रों में जागरूकता का प्रसार
कार्यक्रम के दौरान सचिव ने पीएलवी को ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे इलाकों में अक्सर लोग अपने अधिकारों और कानून की जानकारी से अनभिज्ञ रहते हैं। पीएलवी का दायित्व है कि वे कानूनी अधिकारों की जानकारी देकर लोगों को सशक्त बनाएं। इसके लिए उन्होंने विशेष जागरूकता शिविर आयोजित करने की सलाह दी।
कार्यक्रम में भाग लेने वालों की सराहना
कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी पीएलवी के प्रयासों की सराहना की गई। सचिव ने कहा कि उनके कार्यों की बदौलत समाज के कमजोर वर्गों तक कानूनी सहायता पहुंच रही है। इस दौरान पीएलवी ने भी अपनी चुनौतियों और अनुभव साझा किए, जिन पर अधिकारियों ने चर्चा की और समाधान के उपाय सुझाए।
कार्यक्रम का समापन और आगे की योजना
कार्यक्रम के समापन पर सचिव ने उपस्थित पीएलवी को उनके कार्यों के प्रति निष्ठा और समर्पण बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य समाज के प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति तक न्याय और कानूनी सहायता पहुंचाना है। इसके लिए पीएलवी को अपने दायित्व को गंभीरता से निभाना होगा।
उपस्थित प्रमुख अधिकारी और पीएलवी
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के चीफ सुबोध कुमार दफादार, डिप्टी चीफ मो. नुकुमुद्दिन शेख समेत कई पीएलवी उपस्थित रहे। उनकी सक्रिय भागीदारी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह कार्यक्रम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पाकुड़ की एक महत्वपूर्ण पहल थी, जिसका उद्देश्य कानूनी जागरूकता बढ़ाना और समाज के कमजोर वर्गों को न्याय दिलाना था। इस कार्यक्रम से न केवल पीएलवी को नई दिशा मिली, बल्कि उनकी जिम्मेदारियों को लेकर उत्साह भी बढ़ा।