पाकुड़। पश्चिम बंगाल के शमशेरगंज स्थित धूलियान डायगनोस्टिक हेल्थ & केयर सेंटर (DDH) में इलाजरत सदर प्रखंड के मनीरामपुर निवासी 20 वर्षीय गर्भवती महिला रिजिया खातून को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिजिया के शरीर में खून की कमी के कारण डॉक्टरों को उसका इलाज करने में कठिनाई हो रही थी। डॉक्टरों ने तत्काल दो यूनिट्स बी पॉजिटिव रक्त चढ़ाने की सिफारिश की, ताकि उसके इलाज में सहायता मिल सके।
लाइफ सेवियर्स समूह से मदद की अपील
रिजिया खातून के परिजनों ने खून की आपूर्ति के लिए लाइफ सेवियर्स समूह के सक्रिय सदस्य नवाज शरीफ से संपर्क किया। नवाज शरीफ ने बिना समय गंवाए समूह के सक्रिय सदस्य और मनीरामपुर निवासी इबारुद्दीन शेख और सिद्दीक शेख से संपर्क किया। दोनों रक्तदाता तुरंत ही इस मानवीय कार्य के लिए आगे आए और रक्तदान करने के लिए अपनी सहमति जताई।
रक्तदान कर बचाई जान
इबारुद्दीन शेख और सिद्दीक शेख ने जंगीपुर ब्लड बैंक में पहुंचकर बारी-बारी से रक्तदान किया। इस रक्तदान से रिजिया खातून को जरूरी खून मिल पाया और उसके इलाज का रास्ता साफ हुआ। दोनों रक्तदाताओं के इस कदम से मरीज को समय पर खून मिल सका, जिससे उसकी स्थिति में सुधार की उम्मीद बढ़ी।
समाज के लिए प्रेरणादायक संदेश
रक्तदान करने के बाद इबारुद्दीन शेख और सिद्दीक शेख ने समाज के युवाओं से समय-समय पर रक्तदान करने की अपील की। उन्होंने कहा, “जरूरत पड़ने पर हम हर तीन महीने में रक्तदान करेंगे और दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।” उन्होंने अन्य युवाओं को भी इसी प्रकार समाज के हित में आगे आने की प्रेरणा दी।
समूह के सक्रिय सदस्य नवाज शरीफ की भूमिका1
रक्तदान के दौरान समूह के सक्रिय सदस्य नवाज शरीफ भी मौके पर उपस्थित रहे। नवाज शरीफ ने इस पूरी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और समय पर मदद मुहैया करवाई। उनकी सक्रियता और समर्पण से यह सुनिश्चित हो सका कि मरीज को समय पर रक्त मिल सके।
इस घटना ने दिखाया कि समाज में ऐसे लोग भी हैं जो जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। लाइफ सेवियर्स समूह के प्रयासों से एक गर्भवती महिला की जान बचाने में सफलता मिली, और यह समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बना।