झारखंड आंदोलन के जनक को श्रद्धांजलि अर्पित
पाकुड़। झारखंड राज्य के निर्माता, झारखंड आंदोलन के प्रणेता और झामुमो सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर पूरे राज्य में शोक की लहर है। इसी क्रम में पाकुड़ जिला कांग्रेस ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर अपनी संवेदना प्रकट की। यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष बिलाल शेख के नेतृत्व में पाकुड़ जिला कांग्रेस कार्यालय परिसर में एक शोक सभा का आयोजन किया गया, जहाँ कार्यकर्ताओं ने दिशोम गुरु के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
दो मिनट का मौन, आंखें हुईं नम
कार्यक्रम की शुरुआत दिशोम गुरु के चित्र पर पुष्प अर्पण के साथ हुई, इसके बाद सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान परिसर में सन्नाटा छा गया और हर चेहरा भावुक था। उपस्थित लोगों ने कहा कि “झारखंड ने एक महान नेता और जनसंघर्ष के प्रतीक को खो दिया है। उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।”
वरिष्ठ नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
इस श्रद्धांजलि सभा में पाकुड़ जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुमार सरकार, विधायक प्रतिनिधि गुलाम अहमद उर्फ बकुल, प्रदेश सचिव सेमिनुल इस्लाम, कांग्रेस नेता ए. गांगुली, और महेशपुर प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष कलीमुद्दीन शेख सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। सभी ने गुरुजी के साथ अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक अनुभवों को साझा किया और उन्हें झारखंड का प्रेरणास्रोत बताया।
कार्यकर्ताओं ने व्यक्त की संवेदना
इस अवसर पर नसीम आलम, ऐहेदिन शेख, मिथुन मरांडी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने कहा कि “दिशोम गुरु का जीवन संघर्ष, न्याय और समानता की मिसाल था। वह न सिर्फ झारखंड के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे।”
बिलाल शेख बोले – गुरुजी की विचारधारा को आगे ले जाना ही सच्ची श्रद्धांजलि
यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष बिलाल शेख ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “दिशोम गुरु ने अपने जीवन को झारखंड की जनता के हक और अधिकार के लिए समर्पित कर दिया। आज उनका निधन हमारे लिए अपूरणीय क्षति है, लेकिन हमें उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाना होगा। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
पाकुड़ जिला कांग्रेस की यह श्रद्धांजलि सभा इस बात का प्रतीक रही कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर सभी दल दिशोम गुरु के योगदान को नमन करते हैं। उनके सिद्धांत और संघर्ष भावी पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बने रहेंगे।