पाकुड़। कंप्यूटर ऑपरेटर और वनरक्षी के लिए वन मोबाइल एप्लिकेशन के उपयोग पर दो दिवसीय ट्रेनिंग दिया गया। इस ट्रेनिंग का आयोजन हिरणपुर रेस्ट हाउस में किया गया, जहां महिमा शर्मा और देवनाथ घोष ने प्रतिभागियों को एप्लिकेशन के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया।
प्लांटेशन विवरण और अन्य कार्य होंगे हाईटेक
वन मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से फॉरेस्ट में प्लांटेशन की जानकारी सहित अन्य सभी कार्यों को ऑनलाइन संपादित करना अब आसान हो जाएगा। यह एप्लिकेशन वन क्षेत्र के सर्वेक्षण और निगरानी के लिए हाईटेक तकनीक का उपयोग करेगा, जिससे समय पर सटीक जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इस एप्लिकेशन से वन विभाग के कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी और डेटा प्रबंधन में आसानी होगी।
ट्रेनिंग के उद्देश्य
इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य कंप्यूटर ऑपरेटर और वनरक्षी को वन मोबाइल एप्लिकेशन के बारे में जानकारी देना है, ताकि वे अपने क्षेत्र में तकनीक का बेहतर उपयोग कर सकें। एप्लिकेशन का प्रयोग प्लांटेशन के अलावा वन क्षेत्र में निगरानी, रिपोर्टिंग और अन्य कार्यों के लिए किया जाएगा। इस एप्लिकेशन से वन विभाग के कार्यों को गति मिलेगी और कार्य की गुणवत्ता में सुधार होगा।
प्रमुख प्रशिक्षक और प्रतिभागी
इस ट्रेनिंग सत्र में महिमा शर्मा और देवनाथ घोष ने ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण प्रदान किया। ट्रेनिंग में भाग लेने वाले प्रमुख प्रतिभागियों में अनुज कुमार, पवन गोंड, बबलू देहरी, जिब्रान, जियाउल, मोहिलाल, नीलू, अनुपम, और स्टीफन सहित कई अन्य उपस्थित थे। सभी प्रतिभागियों ने एप्लिकेशन के माध्यम से वन विभाग के कार्यों को अधिक प्रभावी और तेज़ बनाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त किया।
वन विभाग की डिजिटल पहल
वन विभाग द्वारा डिजिटल परिवर्तन की दिशा में उठाए गए इस कदम से विभागीय कार्यों में नई तकनीक का समावेश हो रहा है। वन मोबाइल एप्लिकेशन जैसे डिजिटल उपकरणों के माध्यम से वन संरक्षण और विकास के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।