जिले में 3 फरवरी से 8 फरवरी तक मनरेगा सप्ताह मनाया जा रहा है। इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों में मनरेगा के तहत चल रही योजनाओं का निरीक्षण किया जा रहा है और मजदूरों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जा रहा है। बुधवार देर शाम उपायुक्त मनीष कुमार और उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने सदर प्रखंड के कुमारपुर पंचायत और जमशेरपुर पंचायत का दौरा किया। उन्होंने वहां मनरेगा योजनाओं का जायजा लिया और मजदूरों को प्रोत्साहित किया।
कुमारपुर पंचायत में तालाब निर्माण कार्य का निरीक्षण
उपायुक्त और उप विकास आयुक्त ने कुमारपुर पंचायत में फतीमा की जमीन पर निर्माणाधीन तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने मस्टररोल के अनुसार मजदूरों की उपस्थिति का मिलान किया और इस बात की पुष्टि की कि योजना में कार्यरत सभी मजदूरों को समय पर मजदूरी मिल रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर कार्यस्थल पर मस्टर रोल रखा जाए और प्राक्कलन के अनुरूप CIB (कंस्ट्रक्शन इंफॉर्मेशन बोर्ड) में आवश्यक सुधार किया जाए।
मनरेगा शपथ दिलाई गई
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने उपस्थित पदाधिकारियों और कर्मियों को मनरेगा शपथ दिलाई, ताकि वे योजनाओं को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ लागू करें। उन्होंने कहा कि मनरेगा मजदूरों के हितों की रक्षा करना और उन्हें समय पर मजदूरी दिलाना प्रशासन की प्राथमिकता है।
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जमशेरपुर पंचायत में बिरसा हरित ग्राम योजना का जायजा
इसके बाद उपायुक्त और उप विकास आयुक्त ने जमशेरपुर पंचायत में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने लक्ष्मण रजवार, बीरू रजवार, फूलचंद रजवार और उमेश रजवार द्वारा किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान मनरेगा टीम को निर्देश दिया गया कि पूरे प्रखंड के सभी संबंधित पंचायतों में एक सप्ताह के अंदर निम्नलिखित कार्य पूरे किए जाएं—
प्रत्येक बागबानी स्थल की घेराबंदी की जाए।
एच-टेका (सहारा देने वाली संरचना) लगाया जाए।
नाडेप (कम्पोस्ट खाद निर्माण) एवं जलकुंड का निर्माण किया जाए।
इंटर क्रॉपिंग (मिश्रित फसल प्रणाली) को बढ़ावा दिया जाए।
मजदूरों को दिया गया सम्मान
निरीक्षण के दौरान मौजूद मनरेगा मजदूरों को टोकरी, कुदाल देकर सम्मानित किया गया। अधिकारियों ने उनके कड़ी मेहनत और योगदान की सराहना की और उन्हें आश्वासन दिया कि प्रशासन उनके हितों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा।
पदाधिकारियों की उपस्थिति और सुझाव
इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मु, परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान, सहायक अभियंता श्यामदत शुक्ला, कनिष्ठ अभियंता रवि राकेश और ग्राम रोजगार सेवक उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन और मजदूरों के कल्याण पर जोर दिया।
मनरेगा से ग्रामीण विकास को मिल रही गति
मनरेगा जिले में ग्रामीण विकास का एक प्रमुख आधार बन चुका है। इससे ग्रामीण मजदूरों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं और बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। तालाब, जल संरक्षण, बागबानी, सड़क निर्माण और अन्य योजनाओं से न केवल गांवों में सुविधाएं बढ़ रही हैं, बल्कि मजदूरों को भी नियमित रोजगार मिल रहा है।
प्रशासन की अपील – मनरेगा के तहत अधिक से अधिक लोग जुड़ें
जिला प्रशासन ने ग्रामीण मजदूरों से अपील की कि वे मनरेगा के तहत अधिक से अधिक काम करें और योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं। मनरेगा से जुड़कर मजदूर न सिर्फ अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं, बल्कि अपने गांवों के विकास में भी योगदान दे सकते हैं।
मनरेगा सप्ताह के अवसर पर जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है और विभिन्न योजनाओं की निगरानी कर रहा है। उपायुक्त और उप विकास आयुक्त के इस निरीक्षण दौरे से यह स्पष्ट है कि प्रशासन पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ योजनाओं को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। मजदूरों को सम्मानित कर उन्हें और अधिक प्रोत्साहित किया गया है, ताकि वे मनरेगा योजनाओं से जुड़कर अपने जीवन स्तर को सुधार सकें।