पाकुड़। चिंतन शिविर का शुभारंभ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी लिट्टीपाड़ा संजय कुमार के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। वहीं चिंतन शिविर में प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के०सी०दास द्वारा स्वागत अभिभाषण देते हुए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी समेत उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों का शिविर में आने हेतु आभार प्रकट किया गया।
चिंतन शिविर में मुख्य रूप से ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटेजी बनाने पर चर्चा की गई। चिंतन शिविर में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के द्वारा अभिभाषण देते हुए इस शिविर के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने बताया कि नीति आयोग के द्वारा देशभर में आकांक्षी प्रखंड के रूप में कुल 500 प्रखंड का चयन किया गया है, जिनमें झारखंड राज्य के कुल 34 प्रखंड शामिल है।
इनमें पाकुड़ जिला का लिट्टीपाड़ा प्रखंड भी आकांक्षी प्रखंड के रूप में शामिल है। उन्होंने कहा कि लिट्टीपाड़ा प्रखंड में संसाधन की कोई कमी नहीं है, हमें उस पर बेहतर कार्य करने की आवश्यकता है। प्रखंड का सर्वांगीण विकास कैसे हो, इस पर हमें मंथन करने की आवश्यकता है। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने कहा कि लिट्टीपाड़ा प्रखंड का सर्वांगीण विकास के लिए नीति आयोग के द्वारा 39 इंडिकेटर निर्धारित किए गए हैं, जिसके अंतर्गत हमें बेहतर कार्य कर प्रखंड का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कराना है। इनमें हेल्थ एवं न्यूट्रिशन सेक्टर के 14 इंडिकेटर, एजुकेशन से 11 इंडिकेटर, एग्रीकल्चर एवं एलाइड सर्विसेज से 5 इंडिकेटर, बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर से 5 इंडिकेटर एवं सोशल डेवलपमेंट से 4 इंडिकेटर पर कार्य करना है।
इस प्रकार हम 39 इंडिकेटर पर बेहतर कार्य करके लिट्टीपाड़ा प्रखंड को पूरे राज्य एवं देशभर में एक अलग पहचान दिला सकते हैं। इस कार्य के लिए हमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग की काफी अपेक्षा है। सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं को क्षेत्र के शत प्रतिशत लाभुकों तक पहुंचने में जनप्रतिनिधि महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। आज चिंतन शिविर में हम साथ मिलकर विभिन्न इंडिकेटर के आधार पर ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी तैयार करें, जिसके आधार पर लिट्टीपाड़ा प्रखंड का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कराई जा सके। हमें समय के साथ बदलने की आवश्यकता है, हमें अपने आनेवाले पीढ़ी के लिए कुछ करने की आवश्यकता है।
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के द्वारा आगे आयोजित चिंतन शिविर में आकांक्षी प्रखंड लिट्टीपाड़ा के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वैसे प्रखंड जहां किसी कारणवश अब तक संपूर्ण विकास नहीं हो पाया है। वैसे प्रखंडों को चयनित कर उनमें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर समेत अन्य प्रमुख बिंदुओ पर जोर देकर उनमें बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराने एवं सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का शत प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित कर उन प्रखंड को मुख्य धारा से जोड़ने को लेकर आकांक्षी प्रखंड के रूप में चयन किया गया है।
नीति आयोग के विभिन्न इंडिकेटर पर हमें बेहतर कार्य कर दिखाने की आवश्यकता है, जिससे देश भर में लिट्टीपाड़ा प्रखंड को एक अलग पहचान दिलाई जा सके। वहीं चिंतन शिविर में प्रेजेंटेशन के माध्यम से ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी को लेकर कई प्रमुख बिंदुओं पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारी के बीच कई महत्वपूर्ण आंकड़े प्रस्तुत किए गए। इस दौरान उन्होंने लिट्टीपाड़ा प्रखंड के भौगोलिक क्षेत्रफल एवं प्रखंड में मौजूद चिकित्सा सुविधा, शिक्षा व्यवस्था, समेत अन्य विभागों में कार्यरत कर्मियों की संपूर्ण जानकारी भी साझा किया एवं ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटेजी बनाने को लेकर विभिन्न विभागों की भूमिका एवं उनके दायित्व पर विचार विमर्श किया गया।
इस चिंतन शिविर में मुख्य रूप से स्थानीय जनप्रतिनिधि, मुखिया समेत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीपीएम जेएसएलपीएस हितेंद्र चौबे, सभी कार्यालय कर्मी एवं अन्य सम्बंधित पदाधिकारी/कर्मी समेत अन्य उपस्थित थे।