दिल्ली और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों पर लंबे समय से मंदी का खतरा मंडरा रहा है। चीन को हाल ही में आर्थिक मोर्चे पर भी कई संकेत मिले हैं। लेकिन भारत अब तक इसके हाथ से बचा हुआ है। हाल ही में देश में अंडरवियर की बिक्री में कमी आई है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंडरवियर बनाने वाली कंपनियों ने इन्वेंटरी बढ़ा दी है और उनकी बिक्री गिर गई है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि जब खराब मौसम के कारण लोगों का बजट बिगड़ जाता है, तो वे सबसे पहले जरूरी चीजों की खरीदारी स्थगित करने की सलाह देते हैं। सभी श्रेणियों में अंडरवियर की बिक्री में उल्लेखनीय गिरावट आई। शहरी और ग्रामीण इलाकों में अंडरगारमेंट की बिक्री में गिरावट आई है।
इस साल की पहली तिमाही में कंपनी की अंडरवियर की बिक्री पिछले साल की तुलना में घट गई है। अंडरवियर की बिक्री घटने से कंपनी को कई तरह की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान, अंडरवियर के जॉकी ब्रांड के निर्माता पेज इंडस्ट्रीज ने राजस्व और बिक्री में गिरावट का अनुभव किया। बिक्री में गिरावट के कारण इसकी करीबी एक्सचेंज इन्वेंटरी जाम हो गई है। पिछले कुछ महीनों से भारतीय रिजर्व बैंक देश में अपनी सीमा लांघ रहा है। आम आदमी के बजट का अनुमान समाज से लगाया जाता है और इससे उपभोक्ता धारणा यानी कंज्यूमर सेंटीमेंट प्रभावित होता है।
अंडरवियर और अर्थशास्त्र के बीच संबंध
इनोवेशन के मुताबिक अंडरवियर की बिक्री में गिरावट अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत नहीं है। यह मानवीय शक्ति का परिचायक है। रसोई अर्थव्यवस्था को समझने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व के पूर्व प्रमुख एलन ग्रीन द्वारा इंड रिसर्च (मेन्स अंडरवीयर इंडेक्स) का आयोजन किया गया था। ऐसा माना जाता है कि जब किसी देश में पुरुषों के अंडरवियर की बिक्री कम हो जाती है, तो यह अर्थव्यवस्था में मंदी का संकेत है। 2007 और 2009 के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका में आई आर्थिक मंदी से पहले, अंडरवियर की बिक्री गिर गई थी।
प्लांट ग्रीनन ने 1970 के दशक में एक साक्षात्कार में अनुसंधान संस्थान के सिद्धांत का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि पुरुषों के लिए अंडरवियर बेचने के लिए आधार एक महत्वपूर्ण आर्थिक स्थान है। अंडरवियर एक निजी वस्तु है और यह छिपी हुई होती है। ऐसे में सेलेब्रिटी की आर्थिक स्थिति के चलते एक शख्स सबसे पहले अंडरवियर की दुकान छोड़ता है। यह आने वाले समय में मंदी या आर्थिक मंदी का संकेत देता है। 2007 और 2009 के बीच अमेरिका भयंकर मंदी से गुज़रा। 2007 की शुरुआत से देश में अंडरवियर की बिक्री में भारी गिरावट आई है। 2010 में जब आर्थिक हालात सुधरे तो पुरुषों के अंडरवियर की बिक्री भी बढ़ी।
[ad_2]
यह आर्टिकल Automated Feed द्वारा प्रकाशित है।
Source link