समस्तीपुर. एक ऐसा मेला जहां लोगों के हाथ से लेकर गले तक में लिपटे होते हैं विषैले सांप. लोगों के गले में सांप लटका देख दूरदराज से मेले में पहुंचे लोग दंग रह जाते हैं. बताया जाता है कि गंडक नदी में लोग जब डुबकी लगाते हैं तो हाथों में सांप लेकर बाहर निकलते हैं. सांप इनके गले और हाथों में यूं लिपटे रहते हैं मानो कि इनके दोस्त हों. बता दें कि सावन महीने में नाग पंचमी के दिन जिले के विभूतिपुर की सिंघिया घाट में वर्षों से यह मेला लगता आ रहा है.
बताया जाता है कि भगत राम सिंह ने माता विश्व हरि का नाम लेते हुए मंदिर से कई दर्जन सांप निकाले. इनमें कई विषैले सांप भी थे. इन सांपों को अपने मुंह में लेकर भगत घंटों करतब दिखाता रहा. लोगों की मानें तो इस दौरान हजारों की संख्या में लोग अपने हाथ व गले में सांप रखे हुए थे. वहीं, माता का नाम लेकर भगत पानी में डुबकी लगाने लगा. डुबकी लगाते ही भगत के हाथों में कई विषैले सांप देखने को मिले, जिसे देख लोग अचंभित हो रहे थे.
लोगों ने बताया कि मेले में लोगों के हाथ व गले में लटके विषैले सांप को देखने के लिए दूरदराज से लोग पहुंचते हैं. बताया जाता है नाग पंचमी के दिन लोग सांप लेकर झुंड बनाकर दूसरे पहर नदी के घाट पर जाते हैं. नाग पंचमी वाली रात जागरण होता है. सभी लोग नाग सांप लेकर जगते हैं. रात भर की पूजा अर्चना के बाद लोग जुलूस निकालते हुए नदी तक जाते हैं. स्नान करने के बाद नाग को दूध लावा खिलाकर सांप को जंगल में छोड़ देते हैं.
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