Wednesday, October 29, 2025
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कुमारपुर गांव में घुसा विषैला रसैल वाइपर! वन विभाग की टीम ने चलाया सफल रेस्क्यू ऑपरेशन

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गांव में फैली दहशत, सूचना मिलते ही हरकत में आया वन विभाग

पाकुड़ जिले के कुमारपुर गांव में बुधवार दोपहर एक विषैला रसैल वाइपर साँप घुस जाने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यह घटना 29 अक्टूबर 2025 (बुधवार) की दोपहर की है, जब स्थानीय निवासी अशोक राजवंशी ने अपने घर के भीतर एक बड़े आकार के सांप को देखा। तुरंत उन्होंने इसकी जानकारी पाकुड़ वन प्रक्षेत्र की रेस्क्यू टीम को दी।


वन पदाधिकारी के निर्देश पर तुरंत शुरू हुआ रेस्क्यू अभियान

सूचना मिलते ही पाकुड़ वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी रामचन्द्र पासवान के निर्देश पर रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने बिना देर किए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और पूरे इलाके को सुरक्षित करने की प्रक्रिया अपनाई। ग्रामीणों को सुरक्षित दूरी पर रखा गया, जबकि टीम के सदस्य सावधानीपूर्वक उस विषैले रसैल वाइपर की तलाश में जुट गए।


रेस्क्यू टीम ने 2:30 बजे किया सफल ऑपरेशन

करीब एक घंटे की मेहनत के बाद दोपहर 2:30 बजे रेस्क्यू टीम ने रसैल वाइपर साँप को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया। विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्रजाति अत्यंत खतरनाक और जहरीली होती है। थोड़ी सी लापरवाही से जान का खतरा तक हो सकता है। इस सफल रेस्क्यू अभियान के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।


दो वर्षों में पहली बार पकड़ा गया रसैल वाइपर

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पाकुड़ वन प्रक्षेत्र में पिछले दो वर्षों में पहली बार इस प्रजाति का साँप रेस्क्यू किया गया है। इससे पहले यहां इस तरह का मामला दर्ज नहीं हुआ था। यह सफलता पाकुड़ वन प्रक्षेत्र की रेस्क्यू टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।


जंगल में छोड़ा गया विषैला सांप, ग्रामीणों को मिली राहत

रेस्क्यू के बाद विषैले रसैल वाइपर को उसके प्राकृतिक वास स्थल यानी जंगल में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया। टीम ने यह सुनिश्चित किया कि साँप को बिना किसी क्षति के उसके आवास क्षेत्र में छोड़ा जाए। इस त्वरित कार्रवाई से कुमारपुर गांव के लोगों ने राहत महसूस की और वन विभाग की सतर्कता की सराहना की।


रेस्क्यू टीम ने दिखाई साहस और कौशल

इस रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व वन्यजीव विशेषज्ञ अली जिबरान ने किया, उनके साथ साहेब मरांडी और ड्राइवर पप्पू सरकार मौजूद थे। तीनों ने अत्यंत सावधानी और दक्षता के साथ इस अभियान को सफल बनाया। ग्रामीणों ने इस टीम की तेज प्रतिक्रिया और पेशेवर कार्यशैली की प्रशंसा की।


वन्यजीव विशेषज्ञ की चेतावनी – घरेलू उपचार से बचें

रेस्क्यू के बाद अली जिबरान ने बताया कि रसैल वाइपर भारत के सबसे जहरीले सांपों में से एक है। उन्होंने लोगों को चेतावनी दी कि यदि किसी व्यक्ति को साँप काट ले, तो तुरंत जिला चिकित्सालय पहुंचे और वैज्ञानिक उपचार कराए। उन्होंने कहा कि घरेलू उपचार या झाड़-फूंक पर भरोसा करना अत्यंत खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इससे पीड़ित की जान को खतरा बढ़ जाता है।


जागरूकता और त्वरित प्रतिक्रिया ही बचा सकती है जान

अली जिबरान ने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में साँपों की गतिविधि बारिश या मौसम बदलने के समय बढ़ जाती है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने सलाह दी कि घर और आसपास की जगहों को साफ-सुथरा रखें, ताकि साँपों को छिपने की जगह न मिले।


समय पर कदम उठाने से टली बड़ी अनहोनी

इस पूरे मामले में पाकुड़ वन प्रक्षेत्र की रेस्क्यू टीम की त्वरित कार्रवाई और गांववालों की सतर्कता ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया। टीम के साहसिक प्रयासों से न केवल एक खतरनाक विषैले साँप को सुरक्षित पकड़ा गया, बल्कि गांव के लोगों की जान भी बच गई। यह घटना साबित करती है कि यदि समय पर सूचना दी जाए और पेशेवर मदद ली जाए, तो किसी भी संकट से निपटा जा सकता है

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