Thursday, November 28, 2024
Homeन्यू पेंशन स्कीम के विरोध में एवं ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू...

न्यू पेंशन स्कीम के विरोध में एवं ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने हेतु मत संग्रह

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

पाकुड़। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के तत्वाधान में ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन, पाकुड़ शाखा द्वारा हड़ताल के लिए मत संग्रह करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यह कार्यक्रम आगामी 23 नवंबर 2023 तक चलेगा। इसमें शाखा के पदाधिकारी रेलवे कर्मचारियों के पास जाकर अपने पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के समर्थन में आगे की लड़ाई लड़ने के लिए हड़ताल पर जाने हेतु मत संग्रहण का कार्यक्रम तय किया है।

शाखा सचिव संजय ओझा ने बताया कि गत फरवरी 2023 से ही प्रत्येक महीने की 21 तारीख को न्यू पेंशन नीति के विरोध में एवं अन्य कई मांगों को लेकर संपूर्ण देश में सभी कर्मचारी संगठनों द्वारा धरना, प्रदर्शन, रैली के माध्यम से विरोध जताया जा रहा है। शाखा सचिव संजय ओझा ने बताया की न्यू पेंशन स्कीम सरकारी कर्मचारियों के लिए अभिशाप बन चुका है, जो कर्मचारी इस स्कीम के अंतर्गत सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनका मासिक पेंशन ₹900 प्रति माह से लेकर 1500 प्रति माह तक दिया जा रहा है। कर्मचारियों के अंशदान का पैसा सरकार शेयर मार्केट में डालकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। वहीं, रेलवे में खाली पदों पर नियुक्ति नहीं कर उन्हें समाप्त करने की साजिश चल रही है। इससे शिक्षित बेरोजगार युवकों के रोजगार के अवसर को कम किया जा रहा है, देश का शिक्षित नौजवान रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है अथवा निजी कंपनियों के हाथों शोषण का शिकार हो रहा है। केंद्र सरकार केवल चुनावी वर्ष में ही बहाली कर रही है, जिससे हजारों युवकों का उम्र सीमा समाप्त हो जा रहा है। सरकार को खाली पदों पर नियुक्ति के लिए प्रतिवर्ष बहाली कार्यक्रम को सुनिश्चित करना चाहिए। आज रेलवे में कर्मचारियों के ऊपर काम का अत्यधिक दबाव होने से कर्मचारी मानसिक अवसाद से ग्रसित हो रहे हैं एवं कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। हजारों कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने को बाध्य हो रहे हैं परंतु उन्हें भी सेवानिवृत्ति नहीं दी जा रही है। केंद्र सरकार नई श्रमिक नीति लाकर श्रमिक के अधिकारों को छीनने का प्रयास कर रही है जिसका सरकारी कर्मचारी संगठन विरोध कर रहे हैं। जिन अधिकार को अंग्रेजों से लड़कर प्राप्त किया गया था, उन्हें भी सरकार अप्रत्यक्ष तरीके से छीनने का प्रयास कर रही है परंतु ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन एवं ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन ऐसी सभी श्रमिक विरोधी नीतियों का विरोध करती है एवं रेलवे कर्मचारियों को भी इसके विरोध में एकजुट रहने का आह्वान करती है।

बताते चलें कि गत 18 जुलाई 2023 को मंडल कार्यालय के समक्ष ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन द्वारा एक प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया तथा 2 अगस्त 2023 को महाप्रबंधक कार्यालय पूर्व रेलवे कोलकाता के समक्ष एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महासचिव ने पूरे देश में न्यू पेंशन को समाप्त करने के लिए एवं पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने हेतु देशव्यापी अभियान चला रखा है, जिसके लिए 10 अगस्त 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में पूरे देश से 200000 रेलकर्मी दिल्ली पहुंचे एवं अपनी इस मांग के लिए आवाज बुलंद किया।

इस क्रम में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महासचिव कॉमरेड शिव गोपाल मिश्रा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर न्यू पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू नहीं किया जाता है तो पूरे देश भर के रेलवे कर्मी हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे, इसके लिए वर्तमान केंद्र सरकार उत्तरदाई होगी। 21 नवंबर से लेकर 23 नवंबर तक स्ट्राइक बैलट का आयोजन किया गया है। जिसमें सभी कर्मचारि न्यू पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के लिए मतदान करे। इस मांग को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक संगठन के समक्ष भी रखा गया है, ताकि श्रमिकों की इस मांग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उठाया जा सके। वर्तमान केंद्रीय सरकार को रेल कर्मचारियों के इस मांग पर संवेदनशीलता के साथ विचार कर इसका त्वरित समाधान किया जाना चाहिए।

इस तीन दिवसीय दिवसीय कार्यक्रम में सैकड़ो रेलवे कर्मी ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने हेतु वर्तमान सरकार को हड़ताल पर जाने की सूचना देते हुए ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन द्वारा लड़ी जाने वाली लड़ाई को समर्थन दिया है एवं आने वाले समय में अगर भारत सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम को वापस नहीं लाती है तो हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।

इसमें क्रमशः सैकड़ों कर्मचारी शामिल होकर अपना समर्थन जताया एवं ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के किसी भी आंदोलन में साथ रहने की प्रतिज्ञा जताई।

इस कार्यक्रम में संजय ओझा एवं अखिलेश चौबे की अगुवाई में निलेश प्रकाश, कलीम अंसारी, विक्रम भारती, निरंजन कुमार, गौतम कुमार यादव, विक्टर जेम्स, गुंजन कुमार, विजय कुमार सिंह, संजीत मजूमदार, विष्णु कुमार भगत, श्यामल माल सहित सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments