पाकुड़। विधानसभा आम चुनाव 2024 के अंतर्गत मतदानकर्मियों और आवश्यक सेवाओं के मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत समाहरणालय में विशेष रूप से सुविधा केंद्र स्थापित किया गया है, जहां विभिन्न विभागों के अधिकारी अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से उन मतदाताओं को मतदान का अवसर मिल रहा है, जो चुनाव कार्य में व्यस्त होने के कारण सामान्य रूप से मतदान केंद्र पर नहीं जा सकते।
प्रथम चरण के मतदान की तैयारी
विधानसभा आम चुनाव के प्रथम चरण के तहत 13 नवंबर 2024 को मतदान निर्धारित है। इस दिन ऐसे मतदानकर्मी और अन्य कर्मचारी, जो विभिन्न चुनावी ड्यूटी के तहत पाकुड़ जिले में नियुक्त हैं, वे पोस्टल बैलेट से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इस प्रक्रिया में जिला के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने अपनी मतदान प्रक्रिया में भाग लेकर लोकतंत्र में अपने योगदान को सुनिश्चित किया।
सुविधा केंद्र का निरीक्षण
समाहरणालय में स्थापित पोस्टल बैलेट सुविधा केंद्र का निरीक्षण जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने मतदान के लिए कतारबद्ध कर्मियों को शत-प्रतिशत मतदान करने की अपील की। इस दौरान चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशानुसार पोस्टल बैलेट के कर्मियों को मतदान प्रक्रिया के कार्य को पूर्ण रूप से संपन्न करने का निर्देश दिया गया। यह निरीक्षण प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी बिना किसी बाधा के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
सुविधा केंद्र में उपलब्ध सेवाएं
पोस्टल बैलेट से मतदान में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए समाहरणालय में सुविधा केंद्र स्थापित किया गया है। इस सुविधा केंद्र पर मतदानकर्मी, अधिकारी, सेक्टर अधिकारी और पुलिस के जवान/झारखंड शस्त्र पुलिस बल (जेएपीएफ) के जवान सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं। इस सुविधा से चुनाव में सम्मिलित होने वाले कर्मचारियों को वोट देने का अवसर मिलता है, जिससे लोकतंत्र की प्रक्रिया को मजबूती मिलती है।
निर्वाचन प्रक्रिया में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अभिषेक सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इन अधिकारियों की उपस्थिति से यह सुनिश्चित होता है कि मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके और कर्मचारियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
सम्पूर्ण प्रक्रिया का उद्देश्य
पोस्टल बैलेट से मतदान की इस सुविधा का उद्देश्य उन सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को मतदान का अधिकार देना है, जो चुनावी ड्यूटी में व्यस्त हैं। यह पहल चुनाव आयोग की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे प्रत्येक सरकारी कर्मचारी लोकतंत्र में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित कर सके।