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रितेश कुमार/समस्तीपुर. समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गोविंदपुर से होकर बहने वाली बूढ़ी गंडक नदी का पानी इन दिनों काला पड़ गया है. जिसके कारण स्थानीय लोगों में चिंता का विषय बना हुआ है. लोग बताते हैं कि वे लोग ज्यादातर काम बूढ़ी गंडक नदी के पानी से करते हैं. ऐसे में अगर पानी पूरी तरह से काला हो जाता है, तो आने वाले समय में जनमानस पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है. वर्तमान समय में लोग अपनी जरूरत के हिसाब से नदी का पानी ही इस्तेमाल करते हैं.
लोगों का कहना है कि बड़ी-बड़ी कंपनियां बूढ़ी गंडक नदी के बहते हुए जल में कचरा प्रवाह कर देती है. जिसके कारण बूढ़ी गंडक नदी का पानी पूरी तरह से काला पड़ गया है. एक ओर जहां बढ़ते तापमान के कारण तालाब और चापाकल सूख रहे हैं. जिससे आने वाले समय में लोगों को पानी के लिए काफी जूझना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में अगर बूढ़ी गंडक नदी का पानी काला और दूषित हो तो लोगों को कहीं ना कहीं इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
आने वाले समय के लिए बुरा संकेत
ओएनजीसी के पूर्व एक्सक्यूटिव डायरेक्टर राजीव कुमार सिंह ने बताया कि जिस तरह बूढ़ी गंडक नदी का पानी काला पड़ गया है. इससे आने वाले समय में काफी नुकसानदायक हो सकता है. उन्होंने आगे कहा, ‘परंतु बड़ी-बड़ी कंपनी अपने फायदे के लिए नदी में कचरा प्रवाहित कर देती है. जिसके कारण बूढ़ी गंडक नदी का जल पूरी तरह से दूषित हो गया है’. वहीं उन्होंने बताया कि नदी में कचरा प्रवाहित करने के कारण पानी का ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है और इससे पानी पूरी तरह से काला पड़ जाता है. अगर समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता है. तो आने वाले समय के लिए बुरा संकेत है.
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FIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 09:34 IST
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