देवघर. सावन का पावन महीना चल रहा है. इस महीने में शिव के साथ माता पार्वती की भी पूजा की जाती है. सोमवार को भगवान शिव का रुद्राभिषेक या जलाभिषेक किया जाता है. इससे शादीशुदा स्त्रियां को अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद प्राप्त होता है. सावन को हरियाली का भी महीना कहा जाता है. परंपरा के अनुसार महिलाएं हरे रंग के कपड़े और चूड़ी पहनती हैं. आइये बैद्यनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित से जानें इसका महत्व…
बैद्यनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित जय बैद्यनाथ ने बताया कि सावन आगमन के साथ ही चारों और हरियाली छा जाती है. सावन में शादीशुदा महिलाएं हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां पहनती हैं. हरा रंग महिलाएं के सौभाग्य का प्रतीक है. हरा रंग प्यार और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है. महिलाएं हरा रंग पहनकर अपने पति की दीर्घायु के लिए भगवान शिव की पूजा करती है. जिससे महिलाओं को शिव और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसलिए सावन के महीने में हरा रंग का खासा महत्व है.
हरा रंग शिव शक्ति को प्रिय
धार्मिक शास्त्र के अनुसार हरा रंग शिव शक्ति को प्रिय है. जो सुहागिन सावन के महीने में हरा रंग के कपड़े पहनकर भगवान शिव का जलाभिषेक या रूद्रअभिषेक करते हैं. उनक सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. साथ ही जो महिलाएं संतान प्राप्ति चाहती हैं उनके लिए भाग्य के रास्ते खुल जाते हैं. वहीं माता पार्वती से विवाहित जीवन में सुख शांति का आशीर्वाद मिलता है. इसलिए सावन के महीने में हरे रंग के कपड़े या चूड़ी पहन कर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना करनी चाहिए.
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