वायुसेना के महत्व पर छात्रों को किया गया प्रोत्साहित
पाकुड़। प्रखंड के पॉलिटेक्निक कॉलेज में वायुसेना अग्निपथ योजना के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विंग कमांडर अरविंद सिंह रावत के निर्देशानुसार बिहटा पटना से आए वायुसेना चयन अधिकारी केवी रेड्डी और राजेश कुमार ने छात्रों को भारतीय वायुसेना के कार्य, महत्व और देश की सेवा करने के अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को वायुसेना में शामिल होकर देश की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया।
अग्निपथ योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया
कार्यशाला में चयन अधिकारियों ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भारतीय वायुसेना में भर्ती के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 7 जनवरी 2025 से शुरू हो चुकी है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट agnipathyayu.cdac.in पर जाकर 27 जनवरी 2025 रात 11 बजे तक ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। उन्होंने पंजीकरण प्रक्रिया के नियमों और शर्तों को समझाते हुए कहा कि इस योजना में 1 जनवरी 2005 से 1 जुलाई 2008 के बीच जन्मे अविवाहित पुरुष और महिला उम्मीदवार भाग ले सकते हैं।
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आवेदन के लिए पात्रता और आवश्यक दस्तावेज
अग्निपथ योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं:
- उम्मीदवार की आयु 17.5 से 21 वर्ष होनी चाहिए।
- शैक्षणिक योग्यता में बारहवीं, आईटीआई, या किसी विषय में डिप्लोमा के साथ 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
- अंग्रेजी विषय में भी 50% अंक होना आवश्यक है।
- आवेदन के लिए आधार कार्ड, ईमेल आईडी, और मोबाइल नंबर अनिवार्य है।
अधिकारियों ने बताया कि पात्रता संबंधी अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं।
भारतीय वायुसेना: गौरवशाली इतिहास और सेवा के अवसर
अधिकारियों ने भारतीय वायुसेना के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसकी स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। इस दिन को हर वर्ष भारतीय वायुसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। आजादी के बाद भारतीय वायुसेना ने न केवल देश की सुरक्षा में योगदान दिया है, बल्कि आपदा प्रबंधन, बाढ़ राहत, और मानव सेवा के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट कार्य किया है।
छात्रों को कैरियर निर्माण के लिए मार्गदर्शन
अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना में शामिल होने के लिए छात्रों को एनडीए की तैयारी करनी चाहिए। एनसीसी करने वाले छात्रों के लिए भी सेना में शामिल होने का एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने छात्रों को अनुशासन और पढ़ाई के प्रति गंभीर रहने की सलाह दी। साथ ही, यह भी बताया गया कि सेना में शरीर पर टैटू बनवाने की अनुमति नहीं है, क्योंकि टैटू के संक्रमण से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
वायुसेना में शामिल होने का प्रेरणादायक अवसर
कार्यशाला ने छात्रों को भारतीय वायुसेना में शामिल होने और देश की सेवा के प्रति प्रोत्साहित किया। वायुसेना अग्निपथ योजना न केवल युवाओं को देश सेवा का मौका देती है, बल्कि उनके करियर को भी एक मजबूत दिशा प्रदान करती है। यह कार्यशाला छात्रों के लिए प्रेरणादायक और जानकारीपूर्ण साबित हुई।