पाकुड़। झालसा रांची के निर्देशानुसार ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ बाल कृष्ण तिवारी के निर्देश पर सचिव शिल्पा मुर्मू के मार्गदर्शन में सदर अस्पताल सभागार कक्ष में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम आयोजित की गई।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल, पाकुड़ में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का आयोजन पाकुड़ ज़िला नोडल पदाधिकारी NCD, डॉ एहतेशामुद्दीन, प्रभारी उपाधीक्षक, डॉ. अमित कुमार, और सभी स्वास्थ्य पदाधिकारी तथा स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। इस गोष्ठी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य से होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई साथ ही इसके बचाव से सम्बन्धित जानकारियां दी गई।
आयोजन में डॉ. मंटु कुमार टेकरीवाल, सिविल सर्जन, की महत्वपूर्ण भूमिका थी, जिन्होंने गोष्ठी की अध्यक्षता की। डॉ. टेकरीवाल ने इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को बताया और मानसिक बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाने का संदेश दिया।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूक करना और मानसिक बीमारियों के बारे में जानकारी प्रदान करना है। यह दिन लोगों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर विचार करने और समझने का मौका देता है।
डॉ टेकरीवाल ने मानसिक रोगी के के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी कि मानसिक स्वास्थ्य का अच्छा होना शरीरिक, मानोवैज्ञानिक, और सामाजिक कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बताया कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन हर साल 10 अक्टूबर को किया जाता है और इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझाना और मानसिक बीमारियों के बारे में जागरूक करना है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के तहत मानसिक बीमारियों से ग्रस्त लोगों के बचाव और उनके लिए उपलब्ध सहायता के बारे में जानकारी दी गई।
बच्चों के लिए सलाहें और उपाय
डिप्टी चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के नुकुमुद्दिन शेख ने बताया कि अक्सर लोग दबाव, चिंता और किसी तरह की परेशानी के कारण मानसिक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। मानसिक विकार शरीर पर प्रभाव डालने के साथ ही व्यक्ति के मन में आत्महत्या तक के ख्याल आने का कारण बन जाते हैं। इन्हीं मानसिक विकारों के प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) मनाया जाता है।
उन्होंने इस संकट को दूर करने के लिए उपयोगी सलाहें और उपायों के बारे में बताया। वे बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रहने की सलाह देते हैं और उन्हें मैदान में जाकर खेल कूद करने का सुझाव देते हैं। साथ ही, उन्होंने नियमित दिनचर्या का पालन करने और प्रतिदिन कम से कम 20 मिनट व्यायाम करने की महत्वपूर्ण बातें बताई, अत्याधिक मात्रा में पानी का सेवन करने की सलाह दी, और पोष्टिक आहार की महत्वपूर्णता पर जोर दिया।
कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भागेदारी
कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों के बीच पैनल अधिवक्ता समीर कुमार मिश्रा, सभी मेडिकल कर्मी समेत लोग उपस्थित रहे थे। इसके अलावा, ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के विभिन्न अधिकारी और कर्मचारी भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना सहयोग दिया।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया और लोगों को मानसिक बीमारियों से संबंधित जानकारी प्रदान की गई। इसके अलावा, बच्चों के लिए सही सलाहें और उपाय दिए गए, जिनका पालन करके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है। इस आयोजन के माध्यम से लोगों को यह संदेश दिया गया कि मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य का।
इसके साथ ही, इस कार्यक्रम के द्वारा लोगों को यह भी याद दिलाया गया कि आपसी सहायता और समर्थन से मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान संभव है। धीरे-धीरे, इस प्रकार के कार्यक्रम और जागरूकता अपनी भूमिका निभा रहे हैं ताकि हमारे समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जानकारी और समर्थन बढ़ सके और हम सभी मिलकर एक स्वस्थ और समृद्ध समाज की ओर बढ़ सकें।